Ayodhya Ram Mandir opening time: सीढि़यां चढ़कर भक्तों को अपने रामलला के दर्शन हो पाएंगे. मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही एक कदम की दूरी पर भगवान गणपति होंगे और श्रीराम भक्त हनुमान जी के दर्शन हो सकेंगे. मंदिर के सामने ही गरुड़ देव की मूर्ति स्थापित है.
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Ayodhya Ram Mandi Darshan Timing: अयोध्या: पहली दफा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया पर राम मंदिर निर्माण को लेकर विस्तृत जानकारी राम भक्तों को दी है. देश-दुनिया के भक्तों को मंदिर के स्वरूप, उसकी विशेषताओं के बारे में बताया है. 32 सीढि़यां चढ़कर भक्त अपने रामलला के दर्शन पाएंगे. मंदिर के प्रवेश द्वार पर कदम रखते ही भक्त गणेश जी और हनुमान जी के दर्शन कर पाएंगे. मंदिर के सामने गरुड़ देव की एक प्रतिमा को स्थापित किया गया है.
दर्शन की टाइमिंग जानकारी है कि राममंदिर के उद्घाटन के बाद हर दिन 14 घंटे मंदिर को खोला जाएगा. डेढ़ लाख भक्त इस दौरान दर्शन कर सकेंगे. दर्शन के लिए तय समय की बात करें तो सुबह के समय भक्त 7 बजे से 11 बजकर 30 मिनट से दर्शन कर सकेंगे. प्रथम बेला के दर्शन के बाद भक्त दोपहर के 2 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक रामलला के दर्शन कर सकेंगे. बिना किसी रोक-टोक के इस दौरान दर्शन किया जा सकेगा. हालांकि हो सकता है कि इन समयों में बदलाव किया जाए.
विष्णुजी के दशावतार प्रतिमाएं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक आठ दिशाएं, अष्ट भुजाएं व विष्णुजी के आठ स्वरूपों को मद्देनजर रखते हुए गर्भगृह अष्टकोणीय निर्मित किया गया है. नक्काशी भगवान के गुणों को ध्यान रखकर की गई है. गर्भगृह को इस तरह बनाया गया कि 25 फीट की दूरी से ही अपने आराध्य रामलला का भक्त दर्शन पा सकेंगे. मंदिर में विष्णुजी के दशावतार प्रतिमाएं, 64 योगिनी, 52 शक्तिपीठ व सूर्यदेव के 12 स्वरूप की प्रतिमाएं उकेरी गई हैं.
अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की विशेषताएं:
1. मंदिर परम्परागत नागर शैली में बनाया जा रहा है।
2. मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट तथा ऊंचाई 161 फीट रहेगी।
3. मंदिर तीन मंजिला रहेगा। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी। मंदिर में कुल… pic.twitter.com/BdKNdATqF6
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 4, 2024
16-16 मूर्ति हर पिलर में उकेरी गई हैं और कुल पिलर की संख्या 250 हैं. चिकित्सा सुविधाएं मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि मंदिर के पास एक ऐतिहासिक कुआं जिनका नाम सीता कूप है वो एक प्राचीन काल कुआं है. वहीं 25,000 लोगों की क्षमता के एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) को भी निर्मित किया गया है. तीर्थयात्रियों के लिए यहां पर पूरी चिकित्सा सुविधाएं दी जाएगी और लॉकर सुविधा भी होगी.