UP Budget 2023: यूपी का बजट किसानों के लिए वरदान, खाद की किल्लत दूर करने को बड़ा भंडार बनाएगी योगी सरकार
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UP Budget 2023: यूपी का बजट किसानों के लिए वरदान, खाद की किल्लत दूर करने को बड़ा भंडार बनाएगी योगी सरकार

UP Budget 2023 Agriculture:  उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार का बजट (UP Budget 2023) वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कैबिनेट में मंजूरी के बाद विधानसभा में पेश किया. यूपी का ये बजट किसानों के लिए बेहद खास है. उर्वरकों की किल्लत को लेकर बजट में खास प्रावधान किया गया है.

UP Budget 2023: यूपी का बजट किसानों के लिए वरदान, खाद की किल्लत दूर करने को बड़ा भंडार बनाएगी योगी सरकार

UP Budget 2023 Agriculture: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार का बजट (UP Budget 2023) वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कैबिनेट में मंजूरी के बाद विधानसभा में पेश किया. यूपी का ये बजट किसानों के लिए बेहद खास है. उर्वरकों की किल्लत को लेकर बजट में खास प्रावधान किया गया है. इसके अलावा सहकारी बैंकों को भी मजबूत किया जाएगा. आइए बताते हैं क्या कुछ है खास.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के किसानों को उर्वरकों की किल्लत न हो इसके लिए सरकार ने रासायनिक उर्वरकों के अग्रिम भण्डारण के लिए 175 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की है. इसके अलावा जिला सहकारी बैंकों के वित्तीय सुदृढीकरण के लिए 100 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है.

दरअसल, साल 2021-2022 में 7,556.91 करोड़ रूपये का ऋण वितरण किया गया है. इससे 18.76 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं. साल 2022-2023 में दिनांक 30 नवंबर 2022 तक 6936.76 करोड़ रूपये का ऋण वितरित कर 15.41 लाख किसानों को लाभान्वित किया गया है. वहीं, पं0 दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजनान्तर्गत भारत सरकार के प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में लाभान्वित लाभार्थियों को ब्याज उपादान की सुविधा 3 वर्षों तक दिए जाने का प्रावधान है. इस योजना हेतु 10 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है.

वहीं, इस बजट में ग्रोमोद्योग और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए खास प्रावधान किए गए हैं. इसके लिए खादी एवं ग्रोमोद्योग विकास एवं सत्त स्वरोजगार प्रोत्साहन नीति के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 13 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है. इससे हाथ कागज केन्द्र कालपी-जालौन के पुनरूद्धार, दोना पत्तली मशीन का वितरण, सोलर चर्खा का वितरण किया जाएगा.

आपको बता दें कि प्रदेश में माटी कला के पराम्परागत कारीगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए वित्तीय वर्ष 2023 -2024 में 10 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित हैं. इससे माटी कला समन्वित विकास कार्यक्रम और जनपद लखनऊ में माटी कला टेराकोटा प्रशिक्षण एवं फैसलिटी सेन्टर की स्थापना कराया जाना प्रस्तावित है.

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