ED Raid: विधानसभा सत्र चल रहा है और इसी बीच कांग्रेस और दिग्गज नेता हरक सिंह रावत को बड़ा झटका लगा है. बुधवार की सुबह देहरादून की डिफेंस कॉलोनी स्थित हरक सिंह रावत के घर ईडी की टीम पहुंची. यहां ईडी की टीम ने छापेमारी पाखरो रेंज घोटाले से संबंधित जांच में की.
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मो.मुजम्मिल/देहरादूनः उत्तराखंड में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है. हरक के आवास और प्रतिष्ठान पर छापेमारी की जा रही है. विकास नगर के शंकरपुर में मौजूद हरक सिंह रावत के इस मेडिकल कॉलेज पर कुछ दिन पहले भी कॉर्बेट घोटाले के मामले में विजिलेंस ने छापे मार कार्यवाही की थी. एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है जबकि दूसरा एक अन्य जमीन घोटाला है. पुलिस का उनके घर के बाहर सख्त पहरा है. ईडी छानबीन कर रही है. ईडी ने नोट गिनवाने की मशीन मंगाई है. कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी जारी है.
ED की टीम ने चाभी बनवाने वाले को बुलाया
कांग्रेस नेता डाक्टर हरक सिंह रावत के घर पर लगातार ED की जांच चल रही है. ED की टीम ने चाभी बनवाने वाले को भी घर के अंदर बुलाया है. घर से निकलते हुए चाभी वाले ने बताया है कि ED की टीम ने घर के भीतर कुछ अलमारी की चाबी बनवाकर उन्हें खुलवाया है.
कार्बेट के पाखरो रेंज भ्रष्टाचार में कार्रवाई
उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पर कार्बेट के पाखरो रेंज भ्रष्टाचार में ये कार्रवाई की गई है. उत्तराखंड में टाइगर सफारी बननी थी. सफारी के नाम पर अवैध निर्माण किया गया था. तय मानक से ज्यादा पेड़ काटे गए थे.
जानकारी के मुताबिक, ईडी दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में छापेमारी कर रही है. इन तीन राज्यों के 16 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है. ईडी की यह छापेमारी दो अलग-अलग मामलों में चल रही है, जिसमें एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा और दूसरा एक अन्य जमीन घोटाला है. पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने भी हरक सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने कांग्रेस नेता के कुल 17 ठिकानों पर छापा मारा है, जिसमें से 2 दिल्ली में हैं. ये छापेमारी कार्बेट के पाखरो रेंज भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई है.
बता दें, हरक सिंह रावत ने 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसा माना जा रहा है कि ईडी की जांच राज्य के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कथित अवैध गतिविधियों से जुड़ी हुई है. वह बीजेपी और कांग्रेस में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.