देहरादून की सीमाओं पर बढ़ी चौकसी, बिना पंजीकरण कराए पहुंच रहे लोगों को लौटा रही है पुलिस
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देहरादून की सीमाओं पर बढ़ी चौकसी, बिना पंजीकरण कराए पहुंच रहे लोगों को लौटा रही है पुलिस

बाहरी राज्यों से आने वाले ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोविड जांच की रिपोर्ट नहीं है अथवा जिनके द्वारा जनपद में प्रवेश हेतु रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा 

देहरादून की सीमाओं पर बढ़ी चौकसी, बिना पंजीकरण कराए पहुंच रहे लोगों को लौटा रही है पुलिस

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून (Dehradun) में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. आलम यह है कि हर दिन करीब दो हजार लोग संक्रमित हो रहे हैं. संक्रमण को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. जनपद की सीमाओं पर जहां सख्ती बरती जा रही है तो वहीं टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. डीएम एवं एसएसपी खुद व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहे हैं.

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कोविड सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण 
जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून डॉ देवेंद्र रावत द्वारा आशारोड़ी चेकपोस्ट पर बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जांच हेतु स्थापित किए गए कोविड सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है. निरीक्षण के दौरान अधिकारी, बाहर से आने वाले व्यक्तियों की प्रतिदिन की जा रही कोविड जांचों के संबंध में जानकारी ले रहे हैं. 

आशारोड़ी चेकपोस्ट पर पुलिस द्वारा बाहरी राज्यों, जनपदों से आने वाले व्यक्तियों के नियमित रूप से चेकिंग कर नियुक्त मेडिकल टीम के माध्यम से उनकी नियमित रूप से जांच कराई जा रही है.

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नो रिपोर्ट नो एंट्री
बाहरी राज्यों से आने वाले ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोविड जांच की रिपोर्ट नहीं है अथवा जिनके द्वारा जनपद में प्रवेश हेतु रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया उन्हें सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. 

किया जा रहा है सीमा पर ही कोविड टेस्ट 
वहीं जनपद देहरादून के स्थानीय व्यक्तियों, जिनके पास कोविड-19 जांच की रिपोर्ट नहीं है, उनका सीमा पर ही कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है. निरीक्षण के दौरान महोदय द्वारा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जांच में किसी प्रकार की कोताही न बरतने और कोविड सेंटर की सारी व्यवस्थायें दुरुस्त रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं. 

हर रोज 1500 से 2000 कोविड टेस्ट
अधिकारियों द्वारा साफ किया गया है कि बिना निगेटिव रिपोर्ट के किसी को भी देहरादून के सीमा में प्रवेश न करने दिया जाए. इस समय आशा की रोड़ी चेक पोस्ट पर स्थापित किए गए मेडिकल चेक अप कैम्प में हर दिन 1500 से 2000 के करीब रैपिड टेस्ट किया जा रहा है.

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