Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों की आग से चारधाम यात्रा पर संकट, केदारनाथ-बद्रीनाथ के वन क्षेत्र में भी धधक रहे जंगल
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2234281

Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों की आग से चारधाम यात्रा पर संकट, केदारनाथ-बद्रीनाथ के वन क्षेत्र में भी धधक रहे जंगल

Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग से हर तरफ धुंध है. हवा की गुणवत्ता और एक्यूआई संतोषजनक से गिरकर औसत की श्रेणी में आ गया है. आग की वजह से यात्रियों को और वहां के रहने वाले लोगों के लिए लगातार दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं. पढ़िए पूरा मामला...

Uttarakhand Fire News

Uttarakhand Forest Fire: देवभूमि लगभग पिछले एक महीने से आग को प्रकोप झेल रही है. इस कारण उत्तराखंड में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और पहाड़ो में चारों ओर फैले हुए धुएं के गुबार से लोगों को कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही हैं.

10 मई से है चारधाम यात्रा
इन सभी परेशानियों के बीच चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू होने जा रही है. इस यात्रा को बिना किसी रूकावट पूरी करवाने के लिए सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती है. हालांकि देश और दुनिया से चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों पर इस आग और प्रदूषित हवा से प्रतिकूल असर पड़ेगा. 

वनाग्नि का साइड इफेक्ट
उत्तराखंड के जंगलों में लगी इस आग का अब बुरा असर दिखाई देने लगा है. हल्द्वानी में हेली सेवाओं पर धुंध की वजह से बड़ा असर पड़ रहा है.  हल्द्वानी से चंपावत, मुनस्यारी और पिथौरागढ़ को जाने वाली सभी फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी हैं. इस वजह से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी है. यात्रियों को फ्लाइट कैंसिल होने की खबर भी नहीं दी गई. फ्लाइट कैंसिल का कारण धुंध की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम होने को बताया जा रहा है.

जंगलों की आग अब हाईवे तक पहुँची
चमोली में केदारनाथ, बद्रीनाथ व अलकनंदा वनप्रभाग में अभी भी लगातार आग लगी हुई है. और जंगलों की आग अब बद्रीनाथ हाईवे तक पहुँच चुकी है. जिससे हाईवे पर आने जाने वाली गाड़ियों को भी खतरा बना हुआ है. आपको बता दें चमोली में दो सप्ताह से जंगलों में आग लगी हुई है और आग से वनों को भारी नुक़सान पहुँचा है. आग की वजह से जंगली जानवरों का जीवन भी संकट में आ गया है. क्योंकि जंगलों में आग लगने की वजह से जंगली जानवर रियासी क्षेत्रों में आने लग गए हैं. जहां उनके जीवन को ख़तरा बना हुआ है.

110 हैक्टेयर वनभूमि हुई नष्ट
चमोली में आग की अब तक 120 घटनाएं सामने आ चुकी हैं और 110 हैक्टेयर वनभूमि आग की भेंट चढ़ चुकी है. हालाँकि, वन कर्मियों द्वारा लगातार आग बुझाने की कोशिश की जा रही है. परंतु सीमित संसाधन होने के कारण वनकर्मी आग बुझाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं.

सीएम ने की समीक्षा बैठक
प्रदेश के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अधिकारियों के साथ वर्चुअल तरीके से समीक्षा बैठक की है. बैठक में वन-विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द आग पर काबू पाने के लिए प्रभावी कदम उठाया जाए. उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वालों अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

और पढ़ें  -  अलग-अलग हादसों में 9 की मौत, मसूरी में पलटी कार,कन्नौज में श्रद्धालुओं का एक्सीडेंट

Trending news