Uttarkhand Cabinet decision : उत्तराखंड की धामी सरकार ने पिथौरागढ़ और चमोली जिले के साथ रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल को भी बड़ी सौगात दी है. आइए जानते हैं राज्य कैबिनेट ने किन नगरीय निकायों के गठन को मंजूरी दी है और किसका विस्तार किया गया है.
Trending Photos
देहरादून : धामी कैबिनेट की शुक्रवार को हुई मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए हैं. इनमें तीन नए नगर निकाय के गठन को मंजूरी के साथ ही कई चार को विस्तार दिया गया है. राज्य में अब नगर निकायों की संख्या 105 हो गई है. इससे पहले प्रदेश में 102 नगर निकाय थी जिनमें 9 नगर निगम 43 नगर पालिका और 50 नगर पंचायत थी. भीमताल को नगर पंचायत से अब नगर पालिका परिषद बनाया गया है. मुनस्यारी को विकास खंड से अब नगर पंचायत बनाया गया है. चमोली जनपद के अंतर्गत विकासखंड घाट को नगर पंचायत बनाने का फैसला लिया गया है. चार निकायों कीर्तिनगर, हरबर्टपुर, नरेंद्रनगर और रुद्रप्रयाग का सीमा विस्तार किया जाएगा. गुरूवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है.
इन निकायों का होगा सीमा विस्तार
रुद्रप्रयाग : नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग का सीमा विस्तार होगा. इसमें राजस्व ग्राम बर्सू, जयमंडी, डागसेरा, औण, कालापहाड़ और राजस्व ग्राम धवेली (उमरानारायण मंदिर से धवेली गदेरे तक) तथा राजस्व ग्राम जवाड़ी (केदारनाथ मुख्य मार्ग बाईपास पुल से जवाड़ी बाईपास पुल तक) को शामिल किया जाएगा.
कीर्तिनगर : नगर पंचायत कीर्तिनगर का सीमा विस्तार होगा. टिहरी गढ़वाल की सरहद से लगे ग्राम सभा घिल्डियाल गांव जाखड़ी के अंतर्गत राजस्व ग्राम मांडाकुटी सैंण के छूटे हुए 32 परिवारों और ग्रामसभा रामपुर के राजस्व ग्राम मोहननगर को नगर पंचायत कीर्तिनगर में सम्मिलित किया जाना है. इससे नगर पंचायत का सौंदर्यीकरण भी होगा. इसका सीधा लाभ राजस्व संग्रह में होगा.
हरबर्टपुर : नगर पालिका परिषद हरबर्टपुर का सीमा विस्तार होगा. इसमें आसपास के ग्रामीण या अर्द्ध शहरी इलाके भी शामिल किए जाएंगे. हरबर्टपुर की हजारों की आबादी को शहरी सुविधाओं स्ट्रीट लाइट, पक्की नाली, सीवर, संपर्क मार्ग आदि का फायदा मिलेगा. साथ ही नगर का कर संग्रह भी बढ़ेगा.
यह भी पढ़ें: अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई पर रोक नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से आठ हफ्तों में मांगा जवाब
नरेंद्रनगर : टिहरी गढ़वाल के नगर पालिका परिषद नरेंद्रनगर का भी सीमा विस्तार होगा. पर्यटन के नजरिए से यहां का काफी क्षेत्र ऐसा है, जिसे अलग तरह से विकसित करने की आवश्यकता है. इस विस्तार से आसपास के कई क्षेत्र नगर पालिका क्षेत्र में शामिल हो जाएंगे और वहां विकास की बेहतर योजनाएं चल सकेंगी.
Watch: मधुमिता की 3 चुनिंदा कविताएं, जो श्रोताओं में भर देती हैं देशभक्ति का जोश- देखें Video