लखीमपुर खीरी: ड्रोन कैमरे करेंगे दुधवा टाइगर रिजर्व की निगरानी
Advertisement

लखीमपुर खीरी: ड्रोन कैमरे करेंगे दुधवा टाइगर रिजर्व की निगरानी

 इस आधुनिक निगरानी प्रोजेक्ट का नाम ई बर्ड प्रोजेक्ट रखा गया है. इसके तहत ड्रोन कैमरे पार्क की सुरक्षा करने वाली गश्ती टीम की मदद करेंगे. 

WWI देहरादून की टीम दुधवा टाइगर रिजर्व को ड्रोन कैमरे उपलब्ध करायेंगी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/लखीमपुर खीरी: वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए दुधवा टाइगर रिजर्व के तीनों हिस्सों दुधवा नेशनल पार्क, किशनपुर वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और कतर्निया घाट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी सहित पूरे 1,107 किलोमीटर इलाके की निगरानी में अब ड्रोन कैमरे भी शामिल होंगे. निगरानी कार्यक्रम ‘ई बर्ड सर्विलांस’ के तहत दुधवा टाइगर रिजर्व और वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून (डब्ल्यू डब्ल्यू आई) ने संयुक्तरूप से पार्क में मौजूद चीतों, तेंदुए, गैंडो तथा अन्य वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है.

दुधवा टाइगर रिजर्व के निदेशक रमेश पांडे ने बताया कि 'इस आधुनिक निगरानी प्रोजेक्ट का नाम ई बर्ड प्रोजेक्ट रखा गया है. इसके तहत ड्रोन कैमरे पार्क की सुरक्षा करने वाली गश्ती टीम की मदद करेंगे. इनकी मदद से जीव जंतुओं पर नजर रखने के साथ-साथ जंगलों में शिकार करने वाले अपराधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी.' 

ये भी पढ़ें: कान्हा टाइगर रिजर्व से उड़ीसा रवाना बाघ, पहली बार पुनर्स्थापन के लिए दूसरे राज्य भेजा गया

उन्होंने कहा कि डब्ल्यू डब्ल्यू आई देहरादून की टीम दुधवा टाइगर रिजर्व को ड्रोन कैमरे उपलब्ध करायेंगी. वह रिजर्व के कर्मचारियों को कैमरे संचालित करने का प्रशिक्षण भी देगी. पांडे ने बताया कि प्रायोगिक स्तर पर यह परियोजना 29 जुलाई से शुरू हो चुकी है. ड्रोन कैमरे फिलहाल गैंडो की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि ड्रोन कैमरों की मदद से हम गैंडों के करीब गये बगैर उनपर नजर रख रहे हैं.

उन्होंने बताया कि डब्ल्यू डब्ल्यू आई देहरादून ने दुधवा टाइगर रिजर्व के तीन हिस्सों का सर्वेक्षण करेंगी. इसमें दुधवा नेशनल पार्क का 680 किलोमीटर, किशनपुर का 204 किलोमीटर का इलाका और कतर्नियाघाट का 478 किलोमीटर का इलाका शामिल है.

Trending news