फर्रुखाबाद: सिरफिरे ने 20 बच्चों के साथ कुछ महिलाओं को इसलिए बनाया बंधक
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फर्रुखाबाद: सिरफिरे ने 20 बच्चों के साथ कुछ महिलाओं को इसलिए बनाया बंधक

. सिरफिरे ने बच्चों को छुड़ाने गए एक ग्रामीण को गोली मार दी, जिसके बाद उस घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.

 आरोपी का नाम सुभाष बाथम है, जिस पर 2001 में गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या का भी आरोप है.

फरुर्खाबाद: उत्तर प्रदेश के फरुर्खाबाद जिले के मोहम्मदाबाद इलाके में करथिया गांव में एक सिरफिरे व्यक्ति ने करीब 20 बच्चों के साथ कुछ महिलाओं को बंधक बना लिया है. पता चला है कि आरोपी का नाम सुभाष बाथम है, जिस पर 2001 में गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या का भी आरोप है. कहा जा रहा है कि उसने पड़ोसियों से दुश्मनी के कारण बच्चों को बंधक बनाया है. हत्या के मामले में वह फिलहाल जमानत पर बाहर आया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब चार महीने पहले स्वाट टीम उसे चोरी के मामले में पकड़कर ले गई थी, तभी से वह इलाके के लोगों से दुश्मनी रखता है. उसका कहना है कि मोहल्ले के लोगों ने ही उसे पकड़वाया था.

दरअसल, इस व्यक्ति ने जन्मदिन के बहाने आसपास के बच्चों व अन्य लोगों को अपने घर पर बुलाया और थोड़ी देर बाद सभी को एक साथ एक कमरे में बंद कर दिया. घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मिश्रा के साथ ही तमाम वरिष्ठ अधिकारी व पुलिसकर्मी पहुंच चुके हैं और बच्चों व महिलाओं को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान सिरफिरे व्यक्ति ने पुलिस पर फायरिंग भी की है. उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार उस घर पर नजरें गड़ाए बैठी है, जहां बच्चों व महिलाओं को बंधक बनाया गया है. पुलिस बिना किसी जोखिम के उन्हें सुरक्षित निकालने के प्रयास कर रही है.

बताया जा रहा है कि यह सिरफिरा व्यक्ति नशे में धुत है और इसने करीब 20 बच्चों सहित कुछ महिलाओं को बंधक बना लिया है. खबर यह भी है कि ग्रामीणों ने इन लोगों को छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन उस सिरफिरे ने ग्रामीणों को डरा-धमकाकर वहां से भगा दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. सिरफिरे ने बच्चों को छुड़ाने गए एक ग्रामीण को गोली मार दी, जिसके बाद उस घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.

पुलिस अभी तक बच्चों को वहां से सुरक्षित निकाल पाने में सफल नहीं हो पाई है. यह शख्स थोड़ी-थोड़ी देर में पुलिस टीम पर कमरे से निकलकर गोलियां भी चला रहा है. ऐसे में अब बच्चों को छुड़ाने के लिए एटीएस का कमांडो दस्ता फरुर्खाबाद के लिए रवाना हो गया है.

जब कुछ स्थानीय लोगों ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, तो उसने अंदर से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. बाथम ने खिड़की से एक छोटा बम भी फेंका. लोगों का कहना है कि वह चिल्लाया कि एक आपराधिक मामले में उसे गलत तरीके से फंसाया गया था.

उप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ. पी. सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस सावधानी के साथ काम कर रही है ताकि अंदर बंद बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने कहा, "प्रशिक्षित कर्मियों की एक विशेष टीम घटनास्थल पर है और हमने एनएसजी कमांडो को स्टैंडबाय पर रखा है. हमारी प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें जल्द से जल्द छुड़ाना है. यह एक कठिन स्थिति है और सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर हैं. हम बिना किसी क्षति के बच्चों को बचाना चाहते हैं. स्थानीय विधायक नागेंद्र सिंह भी उस आदमी से बात करने की कोशिश कर रहे हैं."

पुलिस ने बाथम के रिश्तेदारों और गांव के स्थानीय नेताओं को भी बुलाया है. मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई है, जिसमें मुख्य रूप से बंधक बनाए गए बच्चों के माता-पिता शामिल हैं.
इलाके में तनाव व्याप्त है और गांव में सेना की भारी तैनाती की गई है.

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