Mahoba News: महोबा में बिजली बिल का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जहां जेई ने दो साल तक बिजली बिल के भुगतान के बदले उपभोक्ताओं को फर्जी रसीदें थमाईं. इस तरह उसने करोड़ों रुपये उपभोक्ताओं के डकार लिए. इस फर्जीवाड़े के खुलासे से हड़कंप मच गया है.
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.महोबा/राजेंद्र तिवारी:महोबा में बिजली बिल में गड़बड़ी का बड़ा मामला सामने आया है. खुद विद्युत विभाग के इंजीनियर ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर ग्राहकों को पैसा हड़प लिया. पिछले 6 महीने में कम से कम 11 हजार उपभोक्ताओं सहित किसानों को ठगने का यह अनोखा मामला जनपद के कुलपहाड़ तहसील अंतर्गत आने वाले विद्युत उपखंड अजनर का है. जिसमे दो फीडर से आधा सैकड़ गांव के हजारों विद्युत उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। जिनके साथ उपखंड में तैनात जेई ने करोड़ों रुपए की बिजली बिल जमा करने के नाम पर ठगी कर डाली. आरोप है कि विद्युत उपखंड अजनर में बिल जमा कर फर्जी रसीद दी गई है लेकिन जब नया बिल आया तो उसमें जमा की गई रकम जुड़ी ना देख उपभोक्ता सन रह गए.
आरोप है कि जेई अमित कुमार द्वारा विद्युत उपखंड अजनर में एक प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर रखकर उपभोक्ता को न केवल ठगा गया बल्कि विभाग का भी करोड़ों रूपए राजस्व का गबन किया गया है. उपकेंद्र में बिल जमा करने आने वाले उपभोक्ताओं से बकाया बिजली बिल के रुपए जमा करा लिए जाते थे मगर उसकी रसीद दो दिन बाद एडिट कर दी जाती थी. जमा किए गए बिजली बिल का 10 फीसदी विभाग में जमा कर प्राप्त हुई रशीद को एक्सेल में जाकर एडिट कर उपभोक्ताओं को फर्जी रसीदें थमाई जा रही थी। जिससे बिल जमा होने के बावजूद भी उपभोक्ताओं के बिल में बकाया राशि जुड़ कर आ रही थी. जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिल हर माह तीन से चार हजार रुपये आता था उनका 10 से 15 हजार तक आया है.
यही नहीं 2023 तक किसान उपभोक्ताओं के निजी नलकूप कनेक्शन बिल माफ होने के बावजूद भी किसानों को धमका कर उनसे रुपए वसूल किए गए और उन्हें भी फर्जी रसीदे जारी कर दी गई. किसान विक्रम राजपूत का आरोप है कि निजी नलकूप विद्युत कनेक्शन माफ होने के बावजूद भी अवर अभियंता अमित पांडे ने धमकाकर 3800 रुपए जमा किए और उसे फर्जी रसीद दी गई.