Uttrakhand loksabha chunav 2024: उत्तराखंड कांग्रेस में इस्तीफों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है. पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाई साथ एक्स एमएलए ने इस्तीफा दे दिया है.
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Uttrakhand loksabha chunav 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन सियासी उठा पटक जारी है. उत्तराखंड कांग्रेस में इस्तीफों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है. पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाई ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही टिहरी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके विरिष्ठ नेता धन सिंह नेगी ने भी कांग्रेस छोड़ दी है. बता दें 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट निलने के कारण ये भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए थे.
वहीं बद्रीनाथ सीट से विधायक राजेंद्र भंडारी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उत्तराखंड में ये तीनों कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाते थे, लेकिन ठीक चुनाव से पहले इनका पार्टी छोड़ना कांग्रेस को मुश्किलों में डाल सकता है.
अनुकृति गुसाई ने क्यों छोड़ी कांग्रेस
बात अनुकृति गुसाई की करें तो उनके इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि जिस तरह से उनको कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा का चुनाव टिकट दिया. ऐसे में उनको पार्टी का मान सम्मान रास नहीं रहा था. उन्होंने कहा कि अनुकृति गुसाई की कुछ मजबूरियां रही होंगी. जिसकी वजह से उन्होंने कांग्रेस पार्टी से रिजाइन दिया है. आपको बता देंकि अनुकृति गुसाईं के भाजपा में शामिल होने को लेकर चर्चाएं चल रही है.
इन नेताओं ने कांग्रेस को कहा अलविदा
पिछले कुछ दिनों में उत्तराखंड में कांग्रेस का समीकरण बिगड़ता हुआ नजर आ रहा है. बीते तीन दिनों में कई बड़े दिग्गज नेता कांग्रेस को अलविदा कह चुके है. धनसिंह नेगी के साथ बदरीनाथ विधायक व पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने पार्टी छोड़ दी है. शुक्रवार को ही गंगोत्री के पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण और पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद ने कांग्रेस की सदस्या से इस्तीफा दे दिया है. पौड़ी से कांग्रेस के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह नेगी ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया.
राजेंद्र भंडारी ने क्यों छोड़ी कांग्रेस
बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर के भाजपा में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि उनकी कोई मजबूरी रही होगी इसीलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है और भाजपा में शामिल हुए हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा अध्यक्ष को उनकी विधानसभा से सदस्यता को समाप्त करने के लिए पत्र लिखा है. कल कांग्रेस पार्टी का विधानसभा अध्यक्ष से एक प्रतिनिधि मंडल भी उनकी विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने के लिए मिलेगा. वहीं भाजपा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
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