विश्वविद्यालय में 27 मई को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा गया था. जिसे मंजूरी मिल गई है. यह नियम नए सत्र से लागू हो जाएगा.
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लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय अपने छात्रों को अब सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं देगा बल्कि, उन्हें कर्मयोगी भी बनाएगा. इसके लिए विश्वविद्यालय अपने स्तर पर कर्मयोगी स्कीम लेकर आ रहा है.
छात्र को पढ़ाई करने के साथ ही विश्वविद्यालय के साथ काम करने का मौका मिलेगा. विश्वविद्यालय बाकायदा इसके लिए भुगतान भी करेगा. विश्वविद्यालय में 27 मई को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा गया था. जिसे मंजूरी मिल गई है. यह नियम नए सत्र से लागू हो जाएगा.
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यूनिवर्सिटी VC प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी, अकाउंट्स सेक्शन से लेकर सभी विभागों में डेटा एंट्री से लेकर अन्य कार्य होते हैं. अभी तक यह काम बाहरी संस्थाओं से कराया जाता है. विश्वविद्यालय की कर्मयोगी स्कीम के तहत इसमें, विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को शामिल किया जाएगा और उनको इनोवेटिव बनने में मदद भी करेगा. इसके लिए उन्हें स्टाइपेंड भी दिया जाएगा.