69 हज़ार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज, बेसिक शिक्षा निदेशालय पर धरना
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69 हज़ार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज, बेसिक शिक्षा निदेशालय पर धरना

  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बेसिक शिक्षा विभाग के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. बेसिक शिक्षा निदेशालय पर 69000 शिक्षक भर्ती मामले के अभ्यर्थियों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

69 हज़ार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज, बेसिक शिक्षा निदेशालय पर धरना

संकल्प दुबे/लखनऊ:  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बेसिक शिक्षा विभाग के अभ्यर्थियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. बेसिक शिक्षा निदेशालय पर 69000 शिक्षक भर्ती मामले के अभ्यर्थियों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ दिन पहले अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास और बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास के पास धरना प्रदर्शन किया था.

शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन नही हुआ-अभ्यर्थी
अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन नही हुआ. अभ्यर्थियों के अनुसार भर्ती में ओबीसी वर्ग को नियमानुसार 27 फीसदी आरक्षण नही दिया गया. एससी वर्ग को भी 21 फीसदी आरक्षण न मिलने का आरोप भी अभ्यर्थियों ने लगाया है. अभ्यर्थियों के अनुसार राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को सरकार को अंतरिम रिपोर्ट भेजी थी. 

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अभ्यर्थियों के अनुसार आयोग ने माना की भर्ती में 5844 सीटों पर गड़बड़ी हुई है. अभ्यर्थियों ने बताया वो कई बार इसे लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री, डीजी स्कूल एजुकेशन समेत अन्य अधिकारियों से मिल चुके हैं और हाल ही में प्रियंका गांधी से भी अभ्यर्थी मुलाकात कर चुके हैं.

ये है पूरा मामला?
अभ्यर्थियों का आरोप यह है की आरक्षण के अनुसार ओबीसी उम्मीदवारों की कुल संख्या 69000 रिक्तियों की कुल सीटों का 27 फीसदी होगी, यानी 18598 सीटें ओबीसी उम्मीदवारों के लिए होंगी. लेकिन राज्य द्वारा दिए गए कट-ऑफ प्रतिशत के आधार इस गणना के अनुसार कुल सीटें ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 2637 हैं. सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को obc उम्मीदवारों की सीटों पर समायोजित करने का आरोप भी अभ्यर्थियों ने लगाया है.

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उम्मीदवारों के अधिकारों का उल्लंघन का आरोप
शिकायतकर्ता ने उत्तर प्रदेश में 69,000 टीचरों के सिलेक्शन में, आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के अधिकारों का उल्लंघन का आरोप लगाया. उत्तर प्रदेश सरकार ने 2018 में 69,000 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की अधिसूचना के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था. इस विज्ञापन में प्रदेश में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 'उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन टीचर सर्विस रूल, 1981' के अनुसार, आरक्षण को राज्य में लागू कानूनों और प्रावधानों के अनुसार चयन प्रक्रिया पर लागू किया जाना था.

इसके बाद भर्ती परीक्षा 6 जनवरी 2019 को आयोजित की जानी सुनिश्चित की गई थी, 1 मई 2020 को अंतिम चयन जारी की गई।शिकायतकर्ताओं के अनुसार अंतिम चयन सूची जो 1 मई 2020 को प्रकाशित की गई है उसमें आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवंटित सीटें, अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को दे दी गईं थी. 

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