Akbarnagar Lucknow : वायरल वीडियो में साजिश के तहत मस्जिद और मदरसे तोड़े जाने की बात कर भड़काने का प्रयास किया गया. पड़ताल में वायरल वीडियो की सच्चाई भी सामने आ गई है.
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Akbarnagar Lucknow : लखनऊ के अकबरनगर में चला अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान बुधवार को आखिरी मस्जिद गिराने के बाद समाप्त हो गया. इसी के साथ कुकरैल नदी को संवारने का काम शुरू हो गया. हालांकि, इस बीच एक वीडियो वायरल कर दिया गया, जिसमें सिर्फ मजिस्द और मदरसे तोड़े जाने की बात कहकर एक विशेष समुदाय को भड़काने का प्रयास किया गया. वायरल वीडियो की सच्चाई भी सामने आ गई है.
वायरल वीडियो की पड़ताल
वायरल वीडियो में साजिश के तहत मस्जिद और मदरसे तोड़े जाने की बात कर भड़काने का प्रयास किया गया. ZEE UPUK की ग्राउंड रिपोर्ट में सच्चाई सामने आ गई. टीम ने पाया कि अकबरनगर में सिर्फ मस्जिद और मदरसों पर ही नहीं बल्कि मंदिरों पर भी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई है. यहां पर लगभग 60 साल से मौजूद बालाजी के भव्य मंदिर को भी गिरा दिया गया है. मंदिर के पुजारी बाहर खड़े होकर अफसोस जाता रहे हैं. बालाजी मंदिर के पुजारी ने बताया कि वह लंबे समय से यहां पर पूजा पाठ करते थे. सैंकड़ों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते थे, लेकिन अब मंदिर उनके सामने धराशायी हो गया. विभाग की तरफ से सिर्फ मंदिर देने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन अभी तक उसके लिए जमीन चिन्हित नहीं की गई है.
एक और मंदिर गिराने जाने के साक्ष्य मिले
वहीं, दूसरी तरफ अकबरनगर बस्ती के अंदर मौजूद एक और मंदिर गिरा दिया गया. इसके अवशेष नजर आ आया. जहां पर मूर्ति स्थापित थी वह चबूतरा अब सूना पड़ा है. पीपल के पेड़ पर सिर्फ भगवान का नाम मात्र ही रह गया है.
15 दिनों में मलवे को साफ करने का लक्ष्य
टीम वहां भी पहुंची जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. यहां पाया कि विशालकाय मस्जिद और मदरसे को ध्वस्त करने के बाद अब साफ सफाई का काम चल रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण का कहना है कि अगले 15 दिनों में मलवे को साफ करके इसका टेंडर निकालकर बेचा जाएगा और उससे ध्वस्तीकरण में हुए खर्चे का हर्जाना भरा जाएगा. लगभग 4.3 किलोमीटर नदी के किनारे पौधारोपण करके उसका सौंदरीकरण होगा बाद में नगर निगम इस पूरे इलाके को संवारने का काम करेगी.
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