नाग पंचमी के शुभ अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को नाग देवता की उपासना के पावन पर्व 'नाग पंचमी' की अनंत शुभकामनाएं दी हैं.
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Nag Panchami 2021: आज (13 अगस्त) नाग पंचमी है. नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. हर वर्ष सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नागों की पूजा की जाती है. यह तिथि हरियाली तीज के दो दिन बाद मनाई जाती है. इस दिन लोग नाग देवता की तस्वीरें भी खरीद कर अपने घर के मुख्य दरवाजों पर लगाते हैं और सांपों के लिए दूध और लावा भी रखते हैं.
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सीएम योगी ने दी नाग पंचमी की अनंत शुभकामनाएं
नाग पंचमी के शुभ अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को नाग देवता की उपासना के पावन पर्व 'नाग पंचमी' की अनंत शुभकामनाएं दी हैं.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-सभी प्रदेशवासियों व श्रद्धालुओं को नाग देवता की उपासना के पावन पर्व 'नाग पंचमी' की अनंत शुभकामनाएं. यह पर्व सभी प्राणियों के प्रति कल्याण का भाव रखने वाली हमारी सनातन संस्कृति की उदारता तथा सभी जीवों व प्रकृति के मध्य आत्मीय संबंध का प्रतीक है.
सभी प्रदेशवासियों व श्रद्धालुओं को नाग देवता की उपासना के पावन पर्व 'नाग पंचमी' की अनंत शुभकामनाएं।
यह पर्व सभी प्राणियों के प्रति कल्याण का भाव रखने वाली हमारी सनातन संस्कृति की उदारता तथा सभी जीवों व प्रकृति के मध्य आत्मीय संबंध का प्रतीक है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 12, 2021
घर-घर होती है नाग देवता की पूजा
हिन्दू धर्म के अनुसार, सावन (Sawan 2021) का महीना पूर्ण रूप से भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित होता है और सावन के महीने का सबसे प्रमुख त्योहार नाग पंचमी को माना गया है. मान्यता है कि इससे नाग देवता की घर-परिवार पर कृपा बनी रहती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन सांपों की पूजा करने और उन्हें दूध पिलाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
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पंचमी तिथि दोपहर 1.42 बजे तक रहेगी. नागदेवता को भगवान भोलेनाथ और विष्णु का सर्वाधिक प्रिय बताया गया है. शिव जी के गले का हार और विष्णु जी की शैय्या सांप हैं. इसलिए माना जाता है कि नाग की पूजा करने से शिव जी और विष्णु जी दोनों ही प्रसन्न होते है.
नागपंचमी का धार्मिक महत्व
इस विशेष दिन नागदेव की पूजा करता है तो उसे अपनी कुंडली में मौजूद राहु और केतु से संबंधित हर प्रकार के दोष से तो मुक्ति मिलती ही है, साथ ही वह व्यक्ति काल सर्प दोष से भी मुक्ति पाने में सफल रहता है. इसके अलावा वैदिक ज्योतिष में भी, जातक को सांप का डर और सर्पदंश से मुक्ति दिलाने के लिए भी, नाग पंचमी के दिन पूजा-अनुष्ठान किए जाने का विधान है.
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