हाथरस केस में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया है.
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लखनऊ: हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत कुछ और लोगों को निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं. इतना ही नहीं मामले में वादी-प्रतिवादी और पुलिस प्रशासन का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जाएगा. पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम शब्द, तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उप निरीक्षक जगवीर सिंह व हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित किया गया है. शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है. आईपीएस नित्यानंद राय को शामली का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. इससे पहले वह अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर रायबरेली में तैनात थे.
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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस मामले की जांच के लिए पहले ही एसआईटी गठित कर चुके हैं. एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट देने को निर्देश दिए गए हैं. हाथरस कांड को लेकर सीएम योगी लगातार सख्त फैसले ले रहे हैं. इसके पहले उन्होंने पीड़िता के पिता को वीडियो कॉलिंग कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेने का भरोसा दिया था. सीएम ने पीड़िता के परिजनों को हरसंभव मदद का भी भरोसा दिया है.
क्या है पॉलीग्राफी-
पॉलीग्राफ एक मशीन है जिसमें व्यक्ति (जिसका पॉलीग्राफी टेस्ट किया जा रहा हो) से अटैच किए गए सेंसर्स से आ रहे सिग्नल (तरंगों) को एक मूविंग पेपर (ग्राफ) पर रिकॉर्ड किया जाता है। इस प्रक्रिया को पॉलीग्राफी टेस्ट कहते हैं।
पॉलीग्राफ मशीन में इन 4 बातों को रिकॉर्ड किया जाता है-
1. व्यक्ति के सांस लेनो की गति (ब्रीदिंग रेट)
2. व्यक्ति का पल्स
3. व्यक्ति का ब्लड प्रेशर
4. व्यक्ति के शरीर से निकल रहा पसीना
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