Baghpat News; भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न बागपत जिले में भी देखने को मिला है. जहां ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की गई और मंदिर परिसर में एक लाख दिए लगाकर दीपोत्सव कर रामलला के आगमन पर जश्न मनाया है.
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कुलदीप चौहान/बागपत: अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न बागपत जिले में भी देखने को मिला है. जहां पश्चिमी यूपी के ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की गई और मंदिर परिसर में एक लाख दिए लगाकर दीपोत्सव कर रामलला के आगमन पर जश्न मनाया है.
बता दें कि अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिस्ठा को लेकर देश में दीपावली मनाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंदिरों में उत्सव मनाने की अपील की थी. जिसके चलते ही बागपत जनपद में स्तिथ भगवान भोले नाथ के ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में भी धूमधाम से उत्सव मनाया गया. मंदिर परिसर में रामभक्तों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर एक लाख दिए जलाने का रिकॉर्ड कायम किया.
इस दौरान हजारों की संख्या में राम भक्तों ने दीपोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया और भगवान की भक्ति में सराबोर नजर आए. मंदिर परिसर भी दीपावली की तर्ज पर पूरी तरह से जगमगा हुआ नजर आया और बागपत का माहोल पूरी तरह राममय हो गया. इस दौरान लोगों ने मंदिर में पूजा अर्चना और भजन कीर्तन करते हुए जय श्रीराम उद्घोष किया गया ओर रातभर जमकर आतिशबाजी की गई है.
500 साल का सपना हुआ पूरा तो जलाए एक लाख दीप
दीपोत्सव कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे भाजप नेता रामवीर सिंह तोमर ने बताया कि 500 साल के बाद अयोध्या में प्रभु राम का भव्य और दिव्या मंदिर का निर्माण हुआ है. आज मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी पूरी हो गई है. उसी को लेकर लोगों में उत्साह और राम की भक्ति को देखते हुए एक लाख दिए जलाए गए. उसी के अनुसार आज क्षेत्रवासियों के साथ वह मंदिर पहुंचे और मंदिर परिसर में दीए जलाकर जय श्री राम और भगवान राम की आकृति बनाई.
ऐतिहासिक है बागपत का परशुरामेश्वर महादेव मंदिर
दरअसल आपको बता दें कि बागपत के पुरा गांव में स्तिथ ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर पश्चिमी यूपी का प्राचीन मंदिर है. यहां पर शिवलिंग की स्थापना भगवान परशुराम जी ने घोर तपस्या करने के बाद स्थापना की थी. तभी से यहां पर फाल्गुन ओर श्रावण मास में भव्य मेला लगता हैय लाखों श्रद्धालु हरिद्वार ओर गोमुख से कंवाद में जल लाकर भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करते हैं.