नोएडा में सार्वजनिक जगहों पर नमाज अता करने पर पाबंदी से विवाद
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नोएडा में सार्वजनिक जगहों पर नमाज अता करने पर पाबंदी से विवाद

 वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने स्पष्ट किया कि नोटिस किसी 'धर्म विशेष' के लिए जारी नहीं किया गया है.

नोएडा में सेक्टर 58 के कम से कम एक दर्जन कंपनियों को संबंधित पुलिस स्टेशन ने नोटिस भेजा है.

नोएडा: नोएडा में पुलिस की ओर से सेक्टर 58 के अधिकतर बहुराष्ट्रीय कंपनियों को उनके कर्मचारियों को खुली जगहों पर प्रार्थना करने से मना करने वाले आदेश से मंगलवार को विवाद उत्पन्न हो गया. नोटिस में स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी गई है कि इस आदेश का उल्लंघन करने पर कंपनियां जिम्मेदार होगी.

हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने स्पष्ट किया कि नोटिस किसी 'धर्म विशेष' के लिए जारी नहीं किया गया है. एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि नोएडा में सेक्टर 58 के कम से कम एक दर्जन कंपनियों को संबंधित पुलिस स्टेशन ने नोटिस भेजा है. 

उधर, देवबंदी उलेमा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नमाज़ अदा करने में कोई लंबा समय नहीं लगता. पंद्रह से बीस मिनट में सभी फ़राइज़ पूरा कर लिए जाते हैं, दूसरे धार्मिक आयोजन कई कई घण्टे या पूरी पूरी रात चलते हैं. ऐसे में नोएडा प्रशासन को एक बार अपने फैसले पर सोचना चाहिए. 

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वहीं, इस मामले पर इस्लाम के जानकार तारिक फतह का कहना है कि नमाज घर पर पढ़ी जा सकती है, जहां पर बैठे हों, वहीं पर नमाज अता की जा सकती है. सड़क, ट्रैफिक रोककर नमाज पढ़ना या दूसरे की जमीन पर, पार्क आदि पर इजाजत के बिना नमाज अता नहीं की जानी चाहिए.

 

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