प्याज के भाव ने फिर निकाले 'आंसू', 90-100 रुपये किलो हुई कीमत, जानें क्यों बढ़े रेट
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प्याज के भाव ने फिर निकाले 'आंसू', 90-100 रुपये किलो हुई कीमत, जानें क्यों बढ़े रेट

यह चार साल का शीर्ष स्तर है. इससे पहले अगस्त की शुरुआत में इसकी कीमत 13 रुपये थी, वहीं, कारोबारियों का कहना है कि बीते साल प्याज का बहुत कम उत्पादन हुआ था. इसलिए इसकी कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.

प्याज का थोक मूल्य 55.50 रुपये प्रति किलो हो गया है.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand) और दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में प्याज की कीमतें एक बार फिर आसमान पर पहुंच गई हैं. कई जगहों पर प्याज 90 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है तो कहीं ये कीमतें 100 रुपये के भी पार पहुंच गई हैं. इसकी वजह ये है कि महाराष्ट्र के लासलगांव स्थित प्याज (Onion) की सबसे बड़ी मंडी में इसकी कीमतों में जोरदार उछाल आया है, हालांकि सरकार ने लगातार बढ़ती आपूर्ति की वजह से दामों में गिरावट को लेकर भरोसा जताया था. 

लेकिन इसके महज कुछ ही दिन बाद लासलगांव मंडी में प्याज की कीमतें 10 फीसदी बढ़ गईं. मंडी में सोमवार (05 नवंबर) को प्याज का थोक मूल्य 55.50 रुपये प्रति किलो हो गया है. यह चार साल का शीर्ष स्तर है. इससे पहले अगस्त की शुरुआत में इसकी कीमत 13 रुपये थी, वहीं, कारोबारियों का कहना है कि बीते साल प्याज का बहुत कम उत्पादन हुआ था. इसलिए इसकी कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. 

कीमतें बढ़ने के पीछे बेमौसम बारिश से प्याज की फसल खराब होना बताया जा रहा है.अक्टूबर के महीने में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश कर्नाटक समेत कई राज्यों में हुई बारिश से प्याज और टमाटर की फसल को एक बार फिर भारी नुकसान पहुंचा है. 

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आपको बता दें कि सितंबर में प्याज के कीमतों में इसी तरह से इजाफा हुआ था, जिसको नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने 2000 हजार टन प्याज का निर्यात करने के निर्दश दिए थे. लेकिन अब नवंबर के महीने में सितंबर जैसी स्थिति नजर आ रही है. 

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