स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल के चलते हर कोई तनाव में रहता है. दिनभर घर और ऑफिस की जिम्मेदारियां और काम की चिंता हर समय तनाव का कारण बनी रहती है. स्ट्रेस का कारण चाहे जो भी हो, ये आपके मेंटल हेल्थ पर बहुत बुरा असर डालता है. एक अच्छी लाइफ जीने के लिए आपको फिजिकली और मेंटली दोनों तरह से स्वस्थ रहना जरूरी है.
मेडिटेशन यानी ध्यान करने से तनाव दूर होता है और मन को शांति मिलती है. मेडिटेशन हर कोई कर सकता है और इसे करने के लिए किसी और चीज की जरूरत भी नहीं है. मेडिटेशन करने के लिए आपको केवल कुछ चीजों का ध्यान रखना है. आइए जानते हैं क्या है मेडिटेशन का सही तरीका और मेडिटेशन के लाभ.
सबसे पहले ध्यान रखें की मेडिटेशन का सही तरीका खोजने का स्ट्रेस नहीं लेना है. आप मेडिटेशन को अपनी लाइफ का पार्ट बना सकते हैं.
मायो क्लीनिक के अनुसार मेडिटेशन के लिए सबसे पहले अपनी सांसों पर ध्यान देने की कोशिश करें. लंबी गहरी सांसे लेने से स्ट्रेस नेचुरली ही दूर होता है. इसके लिए शांत बैठ कर लंबी गहरी सांस लें और उन पर ध्यान लगाएं.
मेडिटेशन करते समय कोशिश करें कि आसपास कोई शोर-शराबा ना हो ताकि मेडिटेट करते हुए मन और दिमाग ना भटके.
मेडिटेशन करते समय अपने आप को पूरी तरह कंफर्टेबल रखने की कोशिश करें. मेडिटेशन करते हुए कंफर्टेबल पोजीशन में बैठें और केवल आरामदायक कपड़े पहनें.
मेडिटेशन के दौरान अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर ध्यान लगाकर उस हिस्से के दर्द, तनाव या स्ट्रेस को जानने की कोशिश करें.
मंत्र दोहराने से मतलब है, कोई भी प्रार्थना, अपना कोई मोटिवेशनल वाक्य या कोई धार्मिक मंत्र जिसे आप हर रोज मेडिटेशन करते हुए दोहरा सकें. ऐसा करने से मेडिटेशन करते समय ध्यान एक जगह केंद्रित रहता है.
खुले में ध्यान करना हमेशा बेहतर होता है, क्योंकि आपका शरीर इस तरह से प्रकृति मां के साथ सक्रिय संबंध महसूस कर सकता है. इसके अलावा आपके चारों ओर बहने वाली ठंडी हवा और पक्षियों की हल्की आवाज के साथ आपके मन पर एक दिव्य रूप से शांत प्रभाव डालती है.
मेडिटेशन आपकी याददाश्त में सुधार और तनाव को कम करने में सहायक होता है. एक व्यक्ति के रूप में आपको अधिक कुशल बनाने में मददगार है. विशेषज्ञों के अनुसार, ध्यान वह नहीं है जिसमें नींद आ जाए बल्कि यह अनिद्रा की समस्या है.