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सैयद आमिर/रामपुर: उत्तर प्रदेश में जगहों और इमारतों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. इस कड़ी में समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान बनाए गए मुमताज पार्क का नाम बदल दिया गया है. दरअसल, मुमताज पार्क सपा सांसद आज़म खान के पिता मुमताज़ खान के नाम पर था. अब पार्क का नाम बदल कर देश के पहले शिक्षामंत्री और रामपुर के पहले सांसद मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के नाम पर रखा गया है. सोमवार को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इसका लोकार्पण करेंगे.
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बदले गए गेट के भी नाम
इसके अलावा, बाब-ए निजात गेट का नाम बदल कर कर्नल यूनुस अली खान रखा गया है. बाब-ए-हयात गेट को मेजर राफे द्वार नाम दिया गया है और बाब-ए-इल्म का नाम बदल कर मौलाना अर्शी रखा जा रहा है. वहीं रज़ा इंटर कॉलेज के पास बने गेट का नाम इम्तियाज़ अर्शी खान गेट होगा.
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गांधी समाधि पर वापस लगेगी गांधी प्रतिमा
वहीं सरकार रामपुर में बना गांधी समाधि पर फिर से गांधी प्रतिमा स्थापित करने जा रही है. दरअसल, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 21 साल पहले गांधी मूर्ति लगवाई थी. सपा शासन काल में जब गांधी समाधि का सौंदर्यीकरण हुआ, तो इसे वहां से हटाकर दूसरे स्थान पर लगा दिया गया. अब फिर से प्रतिमा को पहले वाले स्थान पर लगाया जा रहा है. सोमवार को मुख्तार अब्बास नकवी इसका भी लोकार्पण करेंगे. साथ ही गांधी समाधि पर शहीद स्मारक भी बनाया जाएगा.
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रामपुर में भी है महात्मा गांधी की समाधि
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि दिल्ली के राजघाट के अलावा रामपुर में भी है. 1948 में 11 फरवरी को गांधी जी की अस्थियां रामपुर लाई गई थीं. बापू की अस्थियों का कुछ हिस्सा कोसी नदी में विसर्जित किया गया. शेष अस्थियों को चांदी के कलश में रखकर दफन कर दिया गया था. यहीं पर आज महात्मा गांधी की शानदार समाधि है.
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ऐसे बना था पार्क
बता दें, सपा काल में रामपुर में आलीशान मुमताज पार्क का निर्माण कराया गया था. पार्क बनवाने के लिए जिला जेल ने प्रस्ताव तत्कालीन सरकार को भेजा था. उस समय आज़म खान नगर विकास मंत्री थे. उनकी मुहर लगने के बाद महज 10 महीने में पार्क का निर्माण करा दिया गया था. अमृत योजना के तहत करीब 60 लाख रुपये की लागत से इस पार्क को बनाया गया था. वहीं, इसका उद्घाटन पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खान ने किया था.
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