Phulera Dooj 2024: फुलेरा दूज भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को समर्पित होता है. कहते हैं राधा-कृष्ण को होली का त्योहार सबसे ज्यादा प्रिय होता है. यही कारण है कि वृंदावन और बरसाना में फाल्गुन माह की शुरुआत से ही होली की शुरुआत हो जाती है.
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Phulera Dooj 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है. इस तिथि पर श्री राधा-कृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से साधक को जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है. फुलेरा दूज को शुभ दिनों में से एक माना जाता है. साथ ही इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है जिसमें बिना मुहूर्त देखे ही विवाह, संपत्ति की खरीदारी और शुभ कार्य करना उत्तम माना जाता है. इस दिन कुछ उपायों को करने से आपके जीवन में भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बरसती है. ये पवित्र दिन माना जाता है. इसलिए फुलेरा दूज के दिन कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए.
फुलेरा दूज से होली शुरू
इसी दिन से मथुरा-वृंदावन में होली की शुरुआत होती है. ऐसा कहते हैं कि इसी दिन भगवान कृष्ण (Lord Krishna) ने राधा रानी के साथ फूलों की होली खेली थी, इसलिए इसे फुलेरा होली (Phulera Holi) भी कहा जाता है.
फुलेरा दूज पर न करें ये काम
धूम्रपान, शराब वर्जित
फुलेरा दूज के दिन धूम्रपान, शराब और मांसाहार चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से भगवान का कोप सहना पड़ सकता है.
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पूजा का रखें ध्यान
फुलेरा दूज के दिन श्री राधा-कृष्ण के अलावा भगवान शिव और मां पार्वती की भी पूजा की जाती है. ऐसे में श्री राधा-कृष्ण के साथ भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा जरूर करें, भूले नहीं.
फुलेरा दूज के दिन श्री राधा कृष्ण की पूजा एक साथ करें। मान्यता है कि श्री राधा कृष्ण की पूजा अलग-अलग करने से प्रेम संबंधों में दूरियां आने लगती हैं।
पैर में नहीं आए गुलाल
ध्यान रखें कि इस दिन श्री राधा कृष्ण को अर्पित किया हुआ गुलाल किसी के पैरों में न आए.
गलत विचार
इसके अलावा इस दिन किसी के बारे में बुरे या गलत विचार मन में नहीं लाएं. बढ़े-बुजुर्गों, महिलाओं का अपमान न करें.
फुलेरा दूज 2024 शुभ मुहूर्त और तारीख
फुलेरा दूज-11 मार्च 2024
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि -11 मार्च को सुबह 10 बजकर 44 मिनट से शुरू
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि समापन-11 मार्च को सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.