अमेठी: अव्यवस्थाओं का शिकार राजकीय इंटर कॉलेज, अभी भी है पढ़ाई शुरु होने का इंतजार
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अमेठी: अव्यवस्थाओं का शिकार राजकीय इंटर कॉलेज, अभी भी है पढ़ाई शुरु होने का इंतजार

खाली बिल्डिंग सिस्टम की बदहाली और अव्यव्सथाओं को आईना दिखा रही है. अधिकारियों की लापरवाही बच्चियों के शिक्षा के अधिकार का हनन कर रही हैं.

बालिकाएं गांव में स्कूल की बिल्डिंग होने के बावजूद इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई के लिए 5 से 7 किलोमीटर दूर जाने के लिए मजबूर हैं.

अमेठी: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अमेठी के भेंटुआ ब्लॉक में दम तोड़ता नजर आ रहा है. इस क्षेत्र की बच्चियां 12वीं तक पढ़ सकें और सुनहरे भविष्य का सपना सजों सके इसके लिए करोड़ों की लागत से राजकीय इंटर कॉलेज का निर्माण कराया गया. बिल्डिंग तैयार हुए 2 साल से ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन, आज तक यहां पढ़ाई शुरु नहीं हो सकी है. खाली बिल्डिंग सिस्टम की बदहाली और अव्यव्सथाओं को आईना दिखा रही है. अधिकारियों की लापरवाही बच्चियों के शिक्षा के अधिकार का हनन कर रही हैं. क्षेत्र के बालिकाएं गांव में स्कूल की बिल्डिंग होने के बावजूद इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई के लिए 5 से 7 किलोमीटर दूर जाने के लिए मजबूर हैं.

शिक्षा का मंदिर खाली, किसकी जिम्मेदारी ?
अमेठी जनपद और तहसील क्षेत्र के भेंटुआ ब्लॉक के महाराजपुर, पिंडोरिया सहित आसपास के क्षेत्रों से बालिकाओं को बेहतर शिक्षा व्यवस्था देने के लिए पूर्ववर्ती सपा सरकार ने महाराजपुर में राजकीय इंटर कॉलेज की स्थापना कराई. करोड़ों रुपए खर्च कर राजकीय इंटर कॉलेज की बिल्डिंग पूरी तरह बनकर दो साल में तैयार हो गई. 2017 में यूपी में सरकार बदल गई. लेकिन, इस इलाके की बालिकाओं की किस्मत नहीं बदली. जीआईसी की पूरी बिल्डिंग तैयार होने के बावजूद आज तक विद्यालय संचालित नहीं हो पाया है. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पिंडोरिया के मुताबिक दो-तीन वर्ष पहले समाजवादी पार्टी की सरकार में बनकर तैयार हो गया था.

कब खत्म होगा इंतजार ?
 राजकीय इंटर कॉलेज बन कर तैयार है. बिल्डिंग खाली पड़ी है. स्कूल में पढ़ाई करने का इंतजार कब खत्म होगा ये सवाल यहां के रहने वालों को परेशान कर रहा है. इन हालातों के लिए कौन जिम्मेदार है और क्यों यहां अभी तक पढ़ाई शुरु नहीं हो पाई है, स्थानीय लोगों को इस बारे में कोई जानकारी तक नहीं है. वो किससे कहें, क्या कहें, कोई कुछ नहीं जानता. बस इंतजार कर रहे हैं सपने को हकीकत में बदलने का जब आज नहीं तो कल अपने परिवार की बच्चियां को यहां पढ़ते हुए देख सके. जनपद के नवागत जिला विद्यालय के निरीक्षक जयकरण लाल वर्मा के मुताबिक राजकीय इंटर कॉलेज के संचालन की अनुमति के लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा को पत्र भेजा गया है. संचालन की अनुमति मिल जाए और पद सृजन हो जाए तब इस को संचालित किया जाएगा. एक बार फिर अनुमति के लिए पत्र लिखने की तैयारी की जा रही है.

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