UP Bypoll Election : समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान ने रामपुर के स्वार सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए चुनाव प्रचार किया जिसमें उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लिया. आजम ने अपनी अकड़ बरकरार रखते हुए कहा कि अब्दुल्ला को कोई माई का लाल इसलिए नहीं हरा सकता क्योंकि यह नाम अल्लाह का पसंदीदा है.
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रामपुर : यूपी नगर निकाय चुनाव को लेकर तो पूरे प्रदेश में माहौल बना हुआ है लेकिन उपचुनाव को लेकर भी सियासत तेज हो गई है. जहां निकाय चुनाव के दूसरे फेज का मतदान 11 मई को होने वाला है तो वहीं रामपुर की स्वार सीट पर और मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर 10 मई को उपचुनाव भी होने है जिसे लेकर चुनाव प्रचार प्रसार तेज हो गया है. इसी बाबत समाजवादी पार्टी नेता आजम खान भी चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरे. उन्होंने स्वार विधानसभा सीट के चुनाव प्रचार के तहत जनसभा को संबोधित किया.
'अब्दुल्ला को कोई नहीं हरा सकता'
सभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा कि 150 करोड़ के हिंदुस्तान में कोई माई का लाल अब्दुल्ला को इसलिए नहीं हरा सकता क्योंकि ये अल्लाह का पसंदीदा नाम है. आजम ने अबने बयान में कहा कि ''अरे यह जूते पर लगा थूक चाटा है तुमने, दूसरे पैर का थूक जूते का चाटा तब जाकर तुमने विधायकी जीती है. हमारे तो हलक में थूक भी नहीं रहा. हम कहां तक थूके और तुम कहां तक चाटो.''
'तुम्हारी फर्जी जीत'
उन्होंने कहा कि तमंचा लेकर दौड़ाने वालों, दिल्ली में ये कहते हो बादशाह कि हमने रामपुर भी जीत लिया. ये है हमारी हैसियत कि तुम्हें हमारी हार और तुम्हारी फर्जी जीत का जिक्र करना पड़ा. ये होते हैं एक और एक ग्यारह. आजम खान ने अपना दल उम्मीदवार का नाम लिए बिना निशाना साधा और उसे नमक हराम तक कह डाला.
'राम लिखी हुई अंगूठी'
अपने संबोधन में आजम खान ने टीपू सुल्तान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान के हाथों से जिस अंगूठी को उतरवाया गया आज भी वो ब्रिटेन के म्यूजियम में है. जो नफरत का संदेश देते हैं. जो इंसान को इंसान से लड़वाते हैं और जो धर्म को धर्म से लड़वाते हैं उनको बताओ कि टीपू सुल्तान की अंगूठी पर राम लिखा हुआ है. टीपू सुल्तान के हाथ से राम लिखी हुई अंगूठी को उतरवाया गया. ये हिंदुस्तान था.
'अब्दुल्ला आजम को सजा'
स्वार सीट से जीतकर अब्दुल्ला आजम विधायक बने थे. अब्दुल्ला आजम खान के बेटे हैं और सजा के कारण अब्दुल्ला की सीट हाथ से चली गई. अब यहां उपचुनाव कराया जा रहा है. वहीं, इस सीट को बीजेपी ने अपनी सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) के लिए छोड़ा है जिससे उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी मिल जाए.
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