Good News: यूपी में अब हर साल होगी शिक्षकों की भर्ती, 50 हजार पद भरने का लक्ष्य
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand838245

Good News: यूपी में अब हर साल होगी शिक्षकों की भर्ती, 50 हजार पद भरने का लक्ष्य

प्रदेश सरकार के पास अभी करीब 50 हजार खाली पद हैं. हर साल 10 हजार शिक्षक रिटायर हो रहे हैं. इन पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार ने हर साल शिक्षक भर्ती का मसौदा तैयार किया है. इसी को ध्यान में रखते हुए 50 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. 

प्रतीकात्मक फोटो

लखनऊ: यूपी में शिक्षक बनने की तमन्ना रखने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी है. अब यूपी में हर साल शिक्षक भर्ती होगी. शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वर्ष 2025 तक रिक्त होने वाले पदों का आंकलन जून 2021 तक किया जाएगा. इसके बाद भर्ती का वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों के राष्ट्रीय व्यावसायिक मानक तय कर दिए हैं. 

प्रदेश सरकार के पास अभी करीब 50 हजार खाली पद हैं. हर साल 10 हजार शिक्षक रिटायर हो रहे हैं. इन पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार ने हर साल शिक्षक भर्ती का मसौदा तैयार किया है. इसी को ध्यान में रखते हुए 50 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. उन्हें आने वाले चुनाव से पहले नियुक्ति पत्र भी दे दिया जाएगा. हालांकि पात्रता को लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया है. जो क्राइटेरिया तय किया गया उसी आधार पर भर्तियां होंगी. इसे योगी सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है. 

एक नहीं, कई भाषाओं में तेज होगी बच्चों की जुबान, अब स्कूल में मिलेगा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ का भी ज्ञान

37 हजार पदों पर भी हो सकती है जल्द भर्ती
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में यूपी सरकार के फैसले पर मुहर लगाई है. अब इसमें बाकी बचे 37 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू हो जाएगी.

कब होगी TET परीक्षा?
इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी टीईटी परीक्षा कराने की इजाजत दे दी है. कहा जा रहा है कि फरवरी 2021 में UPTET की परीक्षा हो सकती है. जल्द ही इसके लिये नोटिफिकेशन भी जारी किए जाने की उम्मीद है.

UP MGNREGA: पंचायत चुनाव से पहले योगी सरकार का बड़ा फैसला, मनरेगा के तहत होगी 46 हजार कर्मियों की तैनाती 

क्या होती है TET?
यूपी टीईटी परीक्षा राज्य स्तर पर ऐसे शिक्षकों के चयन के लिए होती है जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूलों में पढ़ा सकें. यह परीक्षा दो हिस्तों में कराई जाती है. पहले पेपर में शामिल होने वालों को कक्षा एक से लेकर 5वीं तक का शिक्षक बनने का मौका मिलता है, जबकि दूसरे पेपर में शामिल होने वाले कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के शिक्षक बनने के योग्य माने जाते हैं. यूपी टीईटी परीक्षा में आरक्षित वर्ग को छूट का भी प्रावधान है. अनारक्षित उम्मीदवारों को 90 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता है.

WATCH LIVE TV

Trending news