लॉकडाउन के चलते ग्लोबल वार्मिंग का असर हुआ कम, तापमान में दर्ज की गई गिरावट
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लॉकडाउन के चलते ग्लोबल वार्मिंग का असर हुआ कम, तापमान में दर्ज की गई गिरावट

पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो. ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि दुनिया भर में लॉकडाउन के चलते अब न सिर्फ जल, थल और वायु प्रदूषण में गिरावट देखी जा रही है बल्कि मार्च-अप्रैल के बाद तापमान में भी एकाएक होने वाली बढ़ोत्तरी में भी इस वर्ष बडे स्तर पर गिरावट देखी जा रही है.

फाइल फोटो

लखनऊ: दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस ने जन-जीवन को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है. संक्रमण के बचाव के लिए लोग घरों में कैद हैं और उनका रोजी-रोटी का जरिया भी ठप पड़ा है. वहीं इसका खासा फायदा पर्यावरण को हुआ है. सड़को पर लोगों और गाड़ियों के ना चलने से प्रदूषण खत्म हो चुका है. प्रदूषण घटने के साथ ही तापमान में कमी महसूस की जा रही है. 

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पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो. ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि बीते कई दशकों से देश-दुनिया में मानव जनित कारणों के चलते प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. जिसके दुष्परिणाम स्वरूप जलवायु परिवर्तन होता गया जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा था. 

प्रो. ध्रुवसेन सिंह का कहना है कि दुनिया भर में लॉकडाउन के चलते अब न सिर्फ जल, थल और वायु प्रदूषण में गिरावट देखी जा रही है बल्कि मार्च-अप्रैल के बाद तापमान में भी एकाएक होने वाली बढ़ोत्तरी में भी इस वर्ष बडे स्तर पर गिरावट देखी जा रही है.

धरती को गर्म रखने वाला ग्रीन हाउस गैसों का टूटा कवच
प्रो. ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि वायुमंडल में बढ़ते प्रदूषण के कारण कई खतरनाक कण मौजूद रहते हैं जिसे हम ग्रीन हाउस गैसों के रूप में भी जानते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कई दशकों तक वातावरण में ग्रीन हाउस गैसों का एक कवच बन रहा था जो धरती को गर्म रखता था. लेकिन इस वर्ष प्रदूषण में हुई कमी से ये कवच टूट गया है और अब अप्रैल माह में भी सुबह-शाम ठंडी हवाए चल रही हैं. उनका कहना है कि ये ठंडी हवाए सिर्फ अप्रैल ही नही बल्कि आगामी मई में भी महसूस की जा सकती हैं.

प्रो. ध्रुवसेन सिंह का मानना है कि पर्यावरण पर जितना असर पर्यावरण संरक्षण के लिये बीते 60-70 वर्षों में बनाई गई योजनाओं से नही पड़ा उससे कई गुना अधिक असर आज सिर्फ लॉकडाउन से पड़ा है. 

आपको बता दें कि तापमान में सबसे ज्यादा अंतर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकतर शहरों में महसूस किया जा रहा है. तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम हो गया है

28 अप्रैल के दिन यूपी और उत्तराखंड के प्रमुख शहरों के तापमान का तुलनात्मक अध्ययन लखनऊ और देहरादून मौसम विभाग लिया गया है.

शहर 28 अप्रैल 2019 28 अप्रैल 2020

  1. लखनऊ 39.0 डिग्री 34.0 डिग्री
  2. कानपुर 40 डिग्री 34.0 डिग्री
  3. झांसी 44.6 डिग्री 34.0 डिग्री
  4. प्रयागराज 42.3 डिग्री 35.5 डिग्री
  5. गोरखपुर 37.3 डिग्री 33.5 डिग्री
  6. बनारस 40.0 डिग्री 34.8 डिग्री
  7. मेरठ 39.6 डिग्री 33.2 डिग्री

अब बात उत्तराखंड की कर लेते है

शहर 28 अप्रैल 2019 28 अप्रैल 2020

  1. देहरादून 37.2 डिग्री 31.2 डिग्री
  2. नैनीताल 28.8 डिग्री 17 डिग्री
  3. टिहरी 28.2 डिग्री 20.4 डिग्री
  4. मुक्तेश्वर 26.0 डिग्री 16.7 डिग्री
  5. पिथौरागढ़ 31.2 डिग्री 24 डिग्री
  6. पंतनगर 38.6 डिग्री 31 डिग्री

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