UP पुलिस की पहलः कोविड से हुई माता-पिता की मौत तो बच्चों को मिलेगा संरक्षण, 9870395200 नंबर पर कर सकते हैं फोन
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UP पुलिस की पहलः कोविड से हुई माता-पिता की मौत तो बच्चों को मिलेगा संरक्षण, 9870395200 नंबर पर कर सकते हैं फोन

 ZEE उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड के संपादक दिलीप तिवारी ने लखनऊ,गौतमबुद्धनगर और कानपुर के कमिश्नर से कोरोना की रोकथाम और स्वास्थ्य सुविधाओं समेत कई मुद्दों पर बातचीत की.

 UP पुलिस की पहलः कोविड से हुई माता-पिता की मौत तो बच्चों को मिलेगा संरक्षण, 9870395200 नंबर पर कर सकते हैं फोन

लखनऊ: कोरोना के खिलाफ जारी जंग में जिस शिद्दत से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी लोगों की जान बचाने के लिए फर्ज के मोर्चे पर डटे हैं, उसी शिद्दत से पुलिस वाले भी अपना फर्ज निभा रहे हैं. लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने से ले कर लोगों तक मदद पहुंचाने में ऐसे तमाम पुलिसवाले हैं जिन्होंने अपनी ड्यूटी से बढ़ कर काम किया. इसी को लेकर ZEE उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड के संपादक दिलीप तिवारी ने लखनऊ,गौतमबुद्धनगर और कानपुर के कमिश्नर से कोरोना की रोकथाम और स्वास्थ्य सुविधाओं समेत कई मुद्दों पर बातचीत की.

सवाल- कोरोना काल में पुलिस चुनौतियों का सामना कैसे कर रही है?

जवाब: गौतमबुद्ध नगर के कमिश्नर अलोक सिंह ने बताया कि हमने पुलिस को इसके लिए पहले से ही तैयार कर रखा है. अभी लगभग 170 पुलिसकर्मी पॉजिटिव हैं. लेकिन उसमें से सबका वैक्सीनेशन हो गया था. इनमें से मात्र 4 को छोड़कर किसी को भी अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ा है. पुलिस का जज्बा कायम है और वह लगातार लोगों की मदद में जुटी हुई है. पुलिस उन बच्चों का भी ख्याल रखने में जुटी हुई है जिनके माता-पिता की कोविड की वजह से मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि इन बच्चों को चॉइल्ड लाइन के माध्यम से संरक्षण दिया जाएगा. इस काम में 30 से ज्यादा एनजीओ भी जुड़ रहे हैं. इसके लिए एक नंबर 9870395200 भी जारी किया गया है जिससे जरिए लोग मदद कर सकते हैं.  

सवाल- इस वक्त पुलिस  समाज से क्या सहयोग चाहती है?
गौतमबुद्ध कमिश्नर अलोक सिंह ने बताया कि कोविड गाइडलाइंस का पालन करना बहुत जरूरी है. घर में भी हैं तो भी मास्क पहनें. मास्क और कोविड नियमों का पालन अपनी सुरक्षा के लिए करें नाकि पुलिस से बचने के लिए. कोरोना से लड़ाई को वैक्सीनेशन से ही जीता जा सकता है. सभी लोग टीकाकरण जरूर कराएं. 
वहीं लखनऊ के कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर में तेजी से संक्रमण फैला है. ऐसे में कोविड संबंधी सभी नियमों का पालन जरूरी है. इस लड़ाई में जनता के साथ के बिना यह संभव नहीं है. कर्फ्यू के समय में घर से ना निकलें. इस समय बचाव ही एक सहारा है. 

सवाल- पुलिस की इमेज कैसे बदली जाए?
इस सवाल के जवाब में दारोगा दयाराम साहनी कहा कि जनता हमारे काम में सहयोग करें. कोरोना गाइडलाइंस का पालन करे. मास्क पहनें, हाथ धुलें और अपने बच्चों को बचाएं, समाज को बचाएं. पुलिस के प्रति समाज की सोच बदलने वाले सवाल पर अरुण यादव ने कहा कि बिलकुल बदलनी चाहिए. हम लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि जब बाहर निकलें मास्क पहनें, बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें. वहीं इसी सवाल के जवाब में राजेंद्र बाबू ने कहा कि उनकी जनता से यही अपील है कि इस महामारी को देखते हुए बाहर न निकलें. बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें. सैनिटाइजर का प्रयोग करें. जबकि प्रशांत ने कहा कि इस संकट काल में जरूरत है लोगों की मदद करने का. जरूरतमंदों की मदद करें. डबल मास्क का इस्तेमाल करें. 

सवाल: कानपुर कमिश्नर से सवाल किया कि वह अब कितनी संभवानाएं देखते हैं कि पुलिस के सराहनीय काम के बाद लोगों के बीच पुलिस की छवि बदलेगी?
कानपुर कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि कोशिश है कि पुलिस कर्मियों की पहचान लोगों को पीटने वाले के तौर पर नहीं बल्कि लोगों की मदद करने वालों के तौर पर की जानी चाहिए. हम आदर्श पुलिस की ओर बढ़ रहे हैं. पुलिस कोरोना काल में लोगों की मदद कर रही है. पुलिस कर्मी लगातार ऐसा सिस्टम बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे लोगों की मदद हो सके. यहां प्जामा बैंक बनाया गया है. इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए मैसेज किया कि जो लोग पुलिस के साथ मदद करने वाले लोग सामने आएं. जिसके बाद कई लोग उनके साथ जुड़े हैं. 

सवाल: लखनऊ कमिश्नर डीके ठाकुर से पूछा कि जब किसी को कंधा देने वाला नहीं मिलता तो पुलिस उनको कंधा देने आगे आती है?

जवाब: लखनऊ कमिश्नर ने कहा कि ये आपदा और दुख की घड़ी है. पिछले दिनों पत्रकार चंदन सिंह की मृत्यु के बाद उनको कंधा देने वाला नहीं मिल रहा था. जिसके बाद पुलिस अंतिम संस्कार के लिए आगे आई. इसके अलावा भी कई मौकों पर जब लोगों ने हाथ खड़े कर दिये तब पुलिस के द्वारा लोगों की सहायता की गई है. 

आखिर में गौतमबुद्ध नगर के कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि वैक्सीनेशन से इस महामारी से जीता जा सकता है, लोगों को अधिक से अधिक वैक्सीन लगवानी चाहिए. जबकि लखनऊ के कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि इस संकट से हम और आम जनता मिलकर लड़ सकते हैं. जनता के सहयोग से ही यह लड़ाई जीती जा सकती है.

ZEE उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड के संपादक दिलीप तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी में जिस तरह से पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है, वह सराहनीय है. स्थितियां सामान्य होने पर इन जांबाज पुलिसकर्मियों को ZEE उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड सम्मानित करेगा. 

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