दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए 160.81 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी और इसमें मात्र 60.19 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी. बाकी जमीन सरकारी होगी. किसानों से उनकी जमीन सहमति के आधार पर ली जाएगी.
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वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को हाईटेक करने की कवायद लगातार जारी है. वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध घाटों की तस्वीर बदलनी हो या शहर की सड़कों, पार्कों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन का विकास, सभी क्षेत्रों में तेजी से काम चल रहा है. काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का काम भी बहुत जल्द पूरा होने वाला है. साथ ही साथ वाराणसी को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने के लिए एयर, रेलवे और रोड कनेक्टिविटी पर भी बहुत ध्यान दिया जा रहा है. इसी क्रम में दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना भी रफ्तार पकड़ रही है.
नोएडा में जल्द शुरू होगा भूमि अधिग्रहण
इस परियोजना को लेकर गौतमबुद्ध नगर में शुक्रवार को जिला प्रशासन और नैशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक हुई. बुलेट ट्रेन से सिर्फ 4 घंटे में वाराणसी से दिल्ली पहुंचा जा सकेगा. एडीएम दिवाकर सिंह ने बताया कि दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए 160.81 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी और इसमें मात्र 60.19 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी. बाकी जमीन सरकारी होगी. किसानों से उनकी जमीन सहमति के आधार पर ली जाएगी.
यूपी के 9 जिलों से होकर गुजरेगी बुलेट ट्रेन
नैशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को बताया गया कि जमीन लेने के लिए सर्वे चल रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरा कर अधिग्रहण करना शुरू किया जाएगा. कलेक्ट्रेट सभागार में मीटिंग में एडीएम प्रशासन दिवाकर सिंह ने बताया कि बुलेट ट्रेन सरकार का महत्वकांक्षी प्रॉजेक्ट है. बुलेट ट्रेन दिल्ली से नोएडा, जेवर, मथुरा, आगरा, इटावा, कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली होते हुए वाराणसी पहुंचेगी. इसका आगाज हो गया है.
गौतमबुद्ध नगर में बुलेट ट्रेन के दो स्टेशन बनेंगे
बुलेट ट्रेन से दिल्ली और वाराणसी के बीच का सफर साढ़े चार घंटे में तय हो सकेगा. करीब 320 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली बुलेट ट्रेन का फायदा उत्तर प्रदेश के 7 से अधिक शहरों के लोगों को मिलेगा. इसका इस्तेमाल जेवर एयरपोर्ट पहुंचने वाले यात्री भी कर सकेंगे. यूपी के गौतमबुद्ध नगर में बुलेट ट्रेन के दो स्टेशन बनेंगे. पहला स्टेशन नोएडा के सेक्टर 148 में बनेगा तो दूसरा एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के पास बनाया जाएगा.
यह हाई स्पीड रेल कॉरिडोर 865 KM लंबा होगा
दिल्ली से वाराणसी के बीच बनने वाले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की लंबाई 865 किलोमीटर होगी. इस प्रोजेक्ट पर करीब 1.21 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएग. बुलेट ट्रेन ग्रेटर नोएडा व नोएडा एरिया में जमीन से 12 फुट ऊपर बने ट्रैक पर दौड़ेगी. इसके दोनों साइड में ऊंची-ऊंची रेलिंग लगाई जाएंगी ताकि लोग ट्रैक के पास तक नहीं पहुंच सकें. यह ट्रेन गौतमबुद्ध नगर के 40 गांवों से होकर गुजरेगी.
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