बर्क ने कहा कि मौजूदा सरकार ने शरीयत से ही छेड़छाड़ नहीं की है, बल्कि लड़कियों को पकड़वाकर बलात्कार करवाया है, मॉब लिंचिंग और तमाम जुल्म-ज्यादतियां की हैं. जिसकी वजह से करोना जैसी आसमानी आफत आई है.
Trending Photos
सुनील सिंह/संभल: अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क का एक और विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने कोरोना संक्रमण को बीमारी मानने से ही इनकार कर दिया है. बर्क ने कहा, ''कोरोना कोई बीमारी है ही नहीं. अगर बीमारी होती तो दुनिया में इसका इलाज होता. यह बीमारी सरकार की गलतियों की वजह से है.''
अल्लाह के सामने गिड़गिड़ाने से खत्म होगा कोराना
सपा सांसद बर्क ने कोरोना संक्रमण को जड़ से खत्म करने का अनोखा उपाय भी बताया है. उन्होंने कहा कि अल्लाह के सामने रोकर, गिड़गिड़ाकर माफी मांगने से ही कोरोना खत्म होगा. भाजपा पर आरोप लगाते हुए बर्क ने कहा कि मौजूदा सरकार ने शरीयत से ही छेड़छाड़ नहीं की है, बल्कि लड़कियों को पकड़वाकर बलात्कार करवाया है, मॉब लिंचिंग और तमाम जुल्म-ज्यादतियां की हैं. जिसकी वजह से करोना जैसी आसमानी आफत आई है.
पुलिस घर पहुंची तो मीडिया बुलाकर पेश की सफाई
सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क का बयान सामने आने के बाद संभल के एडिशनल एसपी आलोक जायसवाल उनके आवास पर इस संबंध में जानकारी लेने पहुंचे थे. सांसद के आवास पर पुलिस फोर्स भी तैनात रही. इसके कुछ देर बाद बर्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और अपने बयान से पलट गए. उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा कि बीजेपी पर मॉब लिचिंग और लड़कियों को पकड़कर रेप कराने जैसा कोई बयान नहीं दिया.
कोरोना वैक्सीन के विरोध वाले बयान से भी पलटे
बर्क ने कहा, ''मैंने यह बयान दिया था कि मुल्क में जिस पार्टी की सरकार होती है,अच्छे कामों के साथ गलतियों के लिए भी वही जिम्मेदार होती है. सपा सांसद करोना वैक्सीन के विरोध वाले अपने बयान से भी मुकर गए. उन्होंने कहा कि कोरोना की वैक्सीन का विरोध नहीं किया था बल्कि यह बयान दिया था कि जरूरत पड़ने पर वैक्सीन लगवाऊंगा. सपा सांसद ने कहा कि वह अपने आवास पर कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार हैं.
WATCH LIVE TV