उत्तर प्रदेश: मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, 6 सस्पेंड; उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand388950

उत्तर प्रदेश: मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, 6 सस्पेंड; उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत

महिला और उसके परिवार वालों ने 8 अप्रैल को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर खुदकुशी करने की कोशिश की थी.

डीआईजी (कानून और व्यवस्था) ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. (ANI/9 April, 2018)

लखनऊ: उन्नाव सदर से भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके सहयोगियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला के पिता की पुलिस हिरासत में मौत के मामले ने तूल पकड़ा लिया है. डीआईजी (कानून और व्यवस्था) ने कहा कि व्यक्ति न्यायिक हिरासत में था और इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगर इस केस में पुलिस की संलिप्तता पाई जाती है, तो इसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुलिस हिरासत में मौत पर 2 पुलिस अधिकारी और 4 कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया. उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने कहा, 'घटना की गंभीरता को देखते हुए 2 पुलिस अधिकारी और 4 कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है, जबकि बलात्कार पीड़िता के पिता को पीटने वाले चार आरोपियों सोनू, बउवा, विनीत और शैलू को गिरफ्तार कर लिया है.'

  1. महिला के पिता को 8 अप्रैल को पुलिस हिरासत में लिया गया था.
  2. महिला और उसके परिवार वालों ने की थी खुदकुशी की कोशिश.
  3. महिला ने भाजपा विधायक पर रेप का आरोप लगाया है.

विधायक पर जेल में हत्या कराये जाने के आरोप के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने कहा कि जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच करायी जायगी. साथ ही मृतक का डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं. 

विधायक पर जेल में हत्या कराये जाने के आरोप के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने कहा कि जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच करायी जायगी. साथ ही मृतक का डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं. इस बीच, हालात के मद्देनजर जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के साथ-साथ जिले के चौराहों और पीड़ित परिवार के माखी थाना क्षेत्र स्थित घर पर भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके सहयोगियों पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला के पिता की सोमवार (9 अप्रैल) को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई. उसे बीते रविवार (8 अप्रैल) को गिरफ्तार किया गया था. इस बारे में डॉक्टर का कहना है कि व्यक्ति की मौत आज (9 अप्रैल) सुबह हुई. उन्नाव के जिला अस्पताल के डॉक्टर अतुल ने बताया, 'पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद व्यक्ति को देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सुबह उसकी मौत हो गई. व्यक्ति को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया था.'

पुलिस सूत्रों ने सोमवार (9 अप्रैल) को बताया कि भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली माखी थाना क्षेत्र निवासी एक लड़की के पिता को रविवार रात को जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं. इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. मगर तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गयी. उसकी उम्र करीब 50 वर्ष थी.

माखी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 18 वर्षीय एक युवती ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था. अदालत के आदेश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था. आरोप है कि मुकदमा वापस नहीं लेने पर गत तीन अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारापीटा था. गम्भीर रूप से घायल होने के बाद पीड़ित माखी थाने में तहरीर देने गया तो पुलिस ने पांच अप्रैल को उसी के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया.

राज्य सरकार ने घटना को बताया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि पीड़ित पक्ष के आरोप अगर सही हैं तो यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने के लिये तफ्तीश को उन्नाव से लखनऊ स्थानान्तरित कर दिया गया है. उन्होंने पीड़ित पक्ष के प्रति पूरी सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार न्याय दिलाने के लिये संकल्पबद्ध है. मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. 

भाजपा विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने रविवार (8 अप्रैल) दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के पास परिवार के साथ पहुंचकर आत्मदाह करने की कोशिश की थी. पुलिसकर्मियों ने किसी तरह सबको काबू में किया, फिर सभी को गौतमपल्ली थाने लेकर पहुंची. महिला का आरोप है कि विधायक की शिकायत करने के बावजूद पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है. विधायक के आदमी उसके साथ मारपीट कर रहे हैं, उसे जानमाल की धमकी की जा रही है. इसलिए इंसाफ की गुहार लिए वह परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास आई.

VIDEO: उन्नाव में पुलिस ने उड़ाए बार बालाओं पर नोट, उर्स की ड्यूटी के लिए थे तैनात

यह महिला उन्नाव के माखी क्षेत्र की रहने वाली है. वह चाची और दादी सहित चार बहनों व एक मासूम भाई के साथ 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के पास पहुंची थी. पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, उससे पहले ही इन सभी ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की थी, जिन्हें पुलिस ने रोक दिया.

पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई अतुल सिंह ने उससे दुष्कर्म किया और अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पुलिस से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. न्याय न मिलने से आहत होकर वह परिवार संग आत्मदाह के लिए मजबूर हुई. पुलिस के काफी समझाने के बाद भी परिवार शांत नहीं हुआ और गौतमपल्ली थाने में ही धरने पर बैठ गया है. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

उन्नाव में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला, आरोपी पिता और भाई जेल भेजा गया

इस मामले में लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि पीड़ित महिला ने विधायक सेंगर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला के परिवार और दूसरे पक्ष का करीब 10-12 साल से विवाद चल रहा है. उन्होंने बताया कि केस लखनऊ ट्रांसफर कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच करेगी उसके बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी.

सेंगर ने आरोपों को बताया षडयंत्र
सेंगर ने आरोप से इनकार किया और कहा कि यह उनकी छवि धूमिल करने का एक षड्यंत्र है. उन्होंने कहा था, ‘‘यह मेरी छवि और प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा रचा गया एक षड्यंत्र है...मुझे जांच से कोई समस्या नहीं है. जांच होने दीजिये और दोषी को कड़ी सजा होनी चाहिए. जांच में यदि मैं दोषी पाया जाता हूं तो मैं सजा का सामना करने के लिए तैयार हूं.’’

(इनपुट एजेंसी से भी)

Trending news