QS World University Ranking उच्च शिक्षा की स्थिति को बताती है. जिन संस्थानों को रैंकिंग हासिल है वे अकादमिक और शोध के मामले में अव्वल हैं.
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QS World University Ranking: क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी हो गई है. भारतीय संस्थानों की बात की जाए तो सबसे बड़ा सुधार उत्तराखंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) की रैंकिंग में हुआ है. यह संस्थान 70 पायदान चढ़कर 148वें स्थान पर पहुंच गया है. दक्षिण एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों की बात की जाए तो इसमें आईआईटी कानपुर शामिल है. जिसे दक्षिण एशिया की रैंकिंग में 67 स्थान हासिल है. वर्ल्ड रैंकिंग में आईआईटी कानपुर को 263 स्थान हासिल है.
दक्षिण एशिया के शीर्ष 150 में आईआईटी रुड़की, यूपीईएस भी शामिल हैं. वर्ल्ड रैंकिंग में आईआईटी रुड़की को 335वां स्थान हासिल है. दुनिया भर में आईआईटी वाराणसी को 531वां स्थान हासिल है. यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज को 801-850 वां स्थान हासिल है. यूपी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, बीएचयू को 1001-1200 के बीच रैंक हासिल है.
ताजा रैंकिंग में भारत के दो संस्थान क्यूएस एशिया रैंकिंग 2025 के शीर्ष 50 में और सात संस्थान शीर्ष 100 में शामिल हैं. दक्षिणी एशिया के शीर्ष दस विश्वविद्यालयों में सात संस्थान भारत के हैं. पूरे देश में आईआईटी दिल्ली ने भारत के लिए सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की है.
भारतीय शिक्षा जगत ने वैश्विक स्तर के साथ ही एशिया के भीतर तरक्की हासिल की है. क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 से यह बिल्कुल साफ है. 2025 रैंकिंग में भारत के 46 संस्थान शामिल हैं, जबकि इससे पहले 2015 में सिर्फ 11 संस्थान थे. इस रैंकिंग में दक्षिण एशिया क्षेत्र में शीर्ष 50 में दो संस्थान और शीर्ष 100 में सात संस्थान भारत के हैं.