BJP News: बीजेपी ने विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे जातिगत जनगणना के मुद्दे पर गंभीरता से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है. बीते दिन हुई बैठक में बीजेपी ने पिछड़े वर्ग में अपनी पकड़ कैसे मजबूत बनाए रखी जाए, इसपर गहन चर्चा की.
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BJP Meeting: लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में सरगर्मियां तेज हैं. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी समेत सभी राजनैतिक दल चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं. इसी क्रम में गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी की बैठक थी. इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी समेत देशभर के बीजेपी के करीब 42 से ज्यादा नेताओं ने शिरकत की. ढाई घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में जातिगत जनगणना और ओबीसी आरक्षण जैसे कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई और रणनीति बनाई गई.
OBC की अलग-अलग जातियों का सम्मेलन करेगी BJP
बैठक में 2019 लोकसभा चुनाव परिणाम के लिहाज से भाजपा के लिए बी, सी और डी श्रेणी की सीटों पर चुनावी तैयारी के लिए चर्चा हुई. यूपी में विपक्ष के कब्जे वाली 14 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने के लिए की जा रही तैयारियों पर बात हुई. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में जाट, गुर्जर, कुर्मी, यादव, मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा, निषाद, राजभर सहित पिछड़े वर्ग के अन्य समाजों के सामाजिक सम्मेलन कराने की योजना बनाई गई. पिछड़े वर्ग के साथ अनुसूचित जाति और अगड़ी जातियों के लिए प्रदेश स्तर पर रणनीति तैयार करने पर मंथन हुआ. इसके लिए दूसरे दलों के प्रभावी नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के साथ छोटे-छोटे दलों को साथ लेने की योजना पर भी बात हुई.
OBC की भागीदारी बढ़ाने पर मंथन
सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों और लोकसभा चुनाव में पिछड़े वर्ग की भागीदारी बढ़ाने पर भी मंथन हुआ है. 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 80 में से करीब 26 से अधिक सीटों पर पिछड़े वर्ग के नेताओं को टिकट दिया था. इसमें से भाजपा के 22 सांसद निर्वाचित हुए थे. वर्तमान में यूपी से भाजपा के 24 पिछड़े वर्ग के सांसद हैं.
ओबीसी आयोग का हो सकता है गठन
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में ओबीसी आयोग का गठन भी जल्द हो सकता है. दरअसल, बीजेपी के लिए ओबीसी वर्ग एक बड़ा वोट बैंक है. बीते दोनों चुनावों 2014 और 2019 ओबीसी वोटर्स ने जमकर वोट दिए थे. ऐसे में बीजेपी किसी भी हालत में अपने ओबीसी वोटर्स को साधने का प्रयास करेगी. बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि बीजेपी नेता ओबीसी समुदाय को जाकर बताएं कि उनके हित में सबसे अधिक काम और निर्णय बीजेपी सरकार ने ही किया है. इसके साथ ही चुनाव अभियान को ओबीसी केंद्रित बनाने की बात हुई है.
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