UP BJP Meeting News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर बुधवार शाम को बड़ी बैठक होगी. इस बैठक में सरकार, संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे. लोकसभा चुनाव में हार के बाद प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है.
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UP BJP Meeting Latest Updates: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर बुधवार शाम को बड़ी बैठक दो घंटे चली. इस बैठक में सरकार, संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिनिधि शामिल हुए. लोकसभा चुनाव में हार के बाद प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा था. सूत्रों के अनुसार,संघ सरकार और संगठन की बैठक करीब दो घंटे चली. निगम आयोग और बोर्ड में भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को समायोजित करने पर चर्चा हुई.विधानसभा उपचुनाव में कैसे बेहतर प्रदर्शन करना है. इसको लेकर चर्चा हुई.भाजपा के सदस्यता अभियान को कैसे गति देनी है, इस पर भी मंथन हुआ. संगठन और सरकार के बीच तमाम मुद्दों पर समन्वय बनाकर कार्य करने को लेकर भी सहमति बनी.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में ये बैठक हो रही है. इसमें दोनों उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के भी शामिल होने की संभावना है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के अलावा संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी इसमें सम्मिलित हुए हैं. शाम 6.30 बजे होने वाली इस बैठक में सबकी नजरें हैं. आरएसएस की ओर से सह सरकार्यवाह अरुण कुमार भी बैठक में शामिल हुए.
माना जा रहा है कि बैठक में सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय बनाने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी. दरअसल, लोकसभा चुनाव में हार के बाद सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम के बीच दूरियां साफ नजर आई थीं. सरकारी कार्यक्रमों से लेकर मंच तक ये दरारें साफ झलकने लगीं तो शीर्ष नेतृत्व के माथे पर भी चिंता की लकीरें पड़ने लगीं. यूपी में भाजपा की हार की तीन स्तरों पर हुई समीक्षा रिपोर्ट को लेकर प्रदेश अध्यक्ष, डिप्टी सीएम केशव मौर्य औऱ खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के कई दौरे किए. पीएम मोदी, अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लंबी मुलाकातें चलीं तो विपक्षी नेताओं ने भी चुटकी लेने में देर नहीं लगाई.
केशव प्रसाद मौर्य ने संगठन के सरकार से बड़ा होने का बयान प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में दिया. स्वयं जेपी नड्डा भी वहां मौजूद थे. इसी के बाद अखिलेश ने केशव मौर्य की आड़ में यूपी भाजपा के नेताओं के बीच मतभेदों के जख्म को कुरेदना शुरू कर दिया. हालांकि अंदरूनी मतभेदों को परे रखकर केशव मौर्य ने पलटवार में देर नहीं लगाई. उन्हें राहुल गांधी का दरबारी तक बता डाला.
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