Shani Dev: ये हैं शनि देव की 3 सबसे प्यारी राशियां, साढ़े साती या ढैय्या नहीं करते परेशान, क्‍या आप भी हैं इनमें शुमार?
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Shani Dev: ये हैं शनि देव की 3 सबसे प्यारी राशियां, साढ़े साती या ढैय्या नहीं करते परेशान, क्‍या आप भी हैं इनमें शुमार?

ऐसा नहीं है कि शनि सभी राशियों के लिए क्रूर सिद्ध हों.ज्‍योतिष शास्‍त्र में कुछ ऐसी राशियों के बारे में बताया गया है, जो शनि देव की प्रिय राशियां हैं. कुछ ऐसी भी राशियां हैं, जिन पर शनि देव अपनी कृपा बनाए रखते हैं.

Shani Dev: ये हैं शनि देव की 3 सबसे प्यारी राशियां, साढ़े साती या ढैय्या नहीं करते परेशान, क्‍या आप भी हैं इनमें शुमार?

Shani Dev Favourite Rashi: न्याय के देवता कहे जाने वाले शनि देव हर किसी को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. शनि देव यदि मेहरबान हो जाएं तो दिन फिरने में देर नहीं लगती है. यदि शनि की कृपा हमेशा रहे तो सोचिए ऐसे लोग कितनी तरक्‍की करते होंगे. 

ऐसा नहीं है कि शनि सभी राशियों के लिए क्रूर सिद्ध हों.ज्‍योतिष शास्‍त्र में कुछ ऐसी राशियों के बारे में बताया गया है, जो शनि देव की प्रिय राशियां हैं. कुछ ऐसी भी राशियां हैं, जिन पर शनि देव अपनी कृपा बनाए रखते हैं. यानी कि उन्हें साढ़े साती या ढैय्या ज्यादा परेशान नहीं करते. शनि अच्छे कर्मों का अच्छा फल तो बुरे कर्मों का बुरा फल देना इनका काम है.  यानी ये अकारण ही किसी को परेशान नहीं करते. आइए जानते हैं कि वे लकी राशियां कौन सी हैं. 

शनि देव की प्रिय राशियां
शनि की तीन राशियां सबसे प्रिय मानी जाती हैं. ये राशियां हैं मकर, कुंभ और तुला. मकर और कुंभ इसलिए हैं क्योंकि शनि देव इन राशियों के स्वामी कहे जाते हैं .वहीं तुला शनि की उच्च राशि मानी जाती है. इसके अलावा मीन और धनु राशि पर भी शनि देव की विशेष कृपा रहती है. क्योंकि इन दोनों राशियों के स्वामी देवगुरु बृहस्पति शनि के मित्र हैं.ज्योतिष शास्त्र में कहा जाता है कि मकर, कुंभ और तुला वालों के लिए शनि की दशा उतनी कष्टदायी नहीं होती जितनी बाकी राशियों के लिए होती है.

किसी को भी राजा से रंक बना सकते हैं शनि देव
शनि देव सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं. इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में करीब ढाई साल का समय लग जाता है. इसी समय को वैदिक ज्योतिष में शनि ढैय्या के नाम से जाना जाता है. ये तुला राशि में उच्च के होते हैं तो मेष राशि में नीच के हो जाते हैं. इसके अलावा ये मकर और कुंभ राशियों के स्वामी ग्रह माने जाते हैं. ये किसी भी व्यक्ति को राजा से रंक तो रंक से राजा बनाने तक की ताकत रखते हैं.

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इन दो राशि वाले जातकों पर रखते हैं अपनी कृपा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव धनु और मीन राशि वालों को ज्यादा परेशान नहीं करते. जब तक इन राशि वालों के कर्म अच्छे हैं शनि देव इनहें शुभ फल प्रदान करते हैं. शनि देव इन लोगों को मान-सम्मान और धन भी प्रदान करते हैं. कुंभ राशि के स्‍वामी भी शनि देव हैं. लिहाजा इस राशि वालों पर शनि की विशेष कृपा रहती है. ये अच्‍छे लीडर बनते हैं और जीवन में ऊंचा पद, ख्‍याति पाते हैं. शनि की मेहरबानी इन्‍हें कई कष्‍टों से बचाए रखती है. 

2022 में शनि किस राशि में हैं विराजमान? 
शनि मकर राशि में विराजमान हैं और 17 जनवरी 2023 तक इसी राशि में रहेंगे.  फिलहाल मकर, कुंभ और धनु वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है। तो वहीं मिथुन और तुला वाले शनि ढैय्या की चपेट में हैं.

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