गुरु नानक जयंती पर भी नहीं हटा गुरुद्वारे की जमीन पर अवैध कब्जा, आजमगढ़ में सिख समाज ने दी एक हफ्ते की मोहलत
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गुरु नानक जयंती पर भी नहीं हटा गुरुद्वारे की जमीन पर अवैध कब्जा, आजमगढ़ में सिख समाज ने दी एक हफ्ते की मोहलत

सोमवार को सिख समाज के लोग पदयात्रा कर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर रहे पदाधिकारियों से एसडीएम, सीओ और कोतवाली पुलिस की टीम ने बातों को सुनते हुए एक सप्ताह का समय मांगा है. जहां बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग रहे, 3 घंटे के प्रदर्शन के बाद सहमति बनी.

गुरु नानक जयंती पर भी नहीं हटा गुरुद्वारे की जमीन पर अवैध कब्जा, आजमगढ़ में सिख समाज ने दी एक हफ्ते की मोहलत

वेदेन्द्र प्रताप शर्मा /आजमगढ़ : जनपद आजमगढ़ (Azamgarh) में गुरूद्वारे पर अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई को लेकर 3 दिन से सिख समाज का जिला प्रशासन के बीच चल रहा टकराव सोमवार को आपसी सहमति से समाप्त हो गया. सोमवार को सिख समाज के लोग पदयात्रा कर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर रहे पदाधिकारियों से एसडीएम, सीओ और कोतवाली पुलिस की टीम ने बातों को सुनते हुए एक सप्ताह का समय मांगा है. जहां बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग रहे, 3 घंटे के प्रदर्शन के बाद सहमति बनी.

बताया जा रहा है कि आजमगढ़ जिले के विठ्ठलघाट के गुरूद्वारा पर जमीन को कब्जे से मुक्ति के लिए सिख समाज ने प्रशासन व अदालत में लंबी लड़ाई लड़ी. गुरुद्वारे ने जीत भी हासिल की लेकिन गुरुद्वारे के ज़मीन से कब्जा हट नहीं पाया. इसके चलते सिख समाज ने जिला प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए गुरू तेग बहादुर का शहीदी दिवस नहीं मनाया. सोमवार को भी गुरु नानक जयंती भी नहीं मानने का निर्णय लिया. 

सोमवार जिला प्रशासन की पहल से त्योहार मनाने से रूठा बैठा सिख समाज त्योहार मनाने को राजी हो गया और गुरूद्वारे पर काला कपड़ा डाला गया उसे हटाकर सिख समाज के साथ ही अधिकारियों ने भी बिट्ठलघाट के गुरूद्वारे पर अरदास की. एसडीएम सदर ने कहा कि गुरूद्वारा कमेटी द्वारा गुरूद्वारे की जमीन कब्जा किये जाने को लेकर विरोध किया जा रहा. तीन दिन पूर्व भी राजस्व की टीम मौके का मुआयना करने आई थी और पैमाइस भी किया. 

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गुरूद्वारे की जमीन पर जो घर बने हैं जिन पर कब्जा है उन लोगों को वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है. प्रशासन की टीम ने समझाया और सिख समाज के लोगों से त्योहार मनाने का निवेदन किया जिस पर सिख समाज राजी भी हो गया. इसके बाद अधिकारियों सहित सिख समाज के धर्मगुरूओं ने गुरू नानक देव के सामने मत्था टेका. जिला प्रशासन का कहना है कि त्योहार के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

गुरुद्वारा के सेवादार राजेश अरोड़ा के मुताबिक जिला प्रशासन के साथ सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई है. दस दिन का समय दिया गया है. शांतिपूर्ण समाधान होने के बाद हम और भी धूमधाम से उत्सव मनाएंगे.

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