विधायकी से लेकर राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी ठोक चुके 'अर्थी बाबा' ने अपनाया बौद्ध धर्म, हैरान कर देगी वजह
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विधायकी से लेकर राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी ठोक चुके 'अर्थी बाबा' ने अपनाया बौद्ध धर्म, हैरान कर देगी वजह

Purvanchal Ke Arthi Baba: साल 2007 से लेकर अभी तक राजन यादव उर्फ अर्थी बाबा ने कुल 13 बार चुनाव लड़ा. कभी सीएम योगी के सामने तो कभी पीएम मोदी के सामने. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ लखनऊ के सांसद पद के लिए भी वह दावेदारी ठोक चुके हैं. हद तो तब हो गई जब वह भारत के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी साबित करने के लिए पहुंच गए...

विधायकी से लेकर राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी ठोक चुके 'अर्थी बाबा' ने अपनाया बौद्ध धर्म, हैरान कर देगी वजह

प्रमोद कुमार गौड़/कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक ऐसा भी शख्स है, जो विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में हर बार ताल ठोकता है. यही नहीं, उस शख्स के प्रचार करने और सरकार का विरोध करने का तरीका ऐसा है कि लोग हैरान भी होते हैं. इसलिए क्योंकि इलेक्शन हो या फिर विरोध... 4 कंधों पर सवार होकर एक अर्थी सरकारी कार्यालय पहुंचती है. तब यह दृश्य देखकर हर व्यक्ति की आंखे फटी रह जाती हैं.

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13 बार चुनावी मैदान में उतर चुके हैं अर्थी बाबा
बौद्ध भिक्षु का वस्त्र धारण करने वाले अर्थी बाबा कोई आम भिक्षु नहीं हैं. गोरखपुर के रहने वाले अर्थी बाबा का असली नाम है राजन यादव. राजन यादव एमबीए पास हैं और हर बार की तरह विधानसभा चुनाव, विधान परिषद चुनाव से लेकर सांसद चुनाव तक... अब तक 13 बार मैदान में उतर चुके हैं. अर्थी बाबा 2024 के लोकसभा चुनाव में भी हुंकार भरेंगे. हालांकि, इस बार उनका लोकसभा चुनाव कुछ अलग होगा क्योंकि इस बार उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाकर विश्व शांति के साथ कुछ हटके करने की ठानी है. 

बौद्ध धर्म धारण कर कुछ नया करने वाले हैं अर्थी बाबा?
राजन यादव हमेशा अर्थी पर लेटकर चुनाव का पर्चा दाखिल करने आते हैं और उन्होंने श्मशान पर चुनाव कार्यालय बनवाया है. एमबीए पास अर्थी बाबा हर बार की तरह इस बार भी 2024 के लोकसभा चुनाव में कुछ नया करने वाले हैं. इस बार उनका लोकसभा चुनाव का मुद्दा क्या देखने को मिलेगा, यह तो चुनाव आने पर साफ होगा. 

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हमेशा करते आए हैं आंदोलन
साल 2007 में वे पहली बार राजनीति में आए और पिपराइच सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे. तभी से लेकर आज तक ऐसा कोई चुनाव नहीं हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी किस्मत नहीं आजमाई. यही वजह है कि राजन यादव हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. इसके अलावा, वे तमाम मुद्दों को लेकर हमेशा आंदोलन करते हुए भी नजर आते हैं. 

सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव
गोरखपुर से 2009 में योगी आदित्यनाथ से लेकर 2014 और 2019 में वाराणसी से पीएम मोदी तक के खिलाफ वे चुनाव लड़ चुके हैं. इतना ही नहीं, अर्थी बाबा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ भी लखनऊ से दावेदारी ठोकी थी, लेकिन उनका पर्चा खारिज हो गया. इसके बाद उन्होंने 2019 में वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा. हालांकि, अब तक सभी चुनावों में उन्हें सिर्फ हार के अवाला कुछ भी हाथ नहीं लगा है. इसके साथ ही, 2017 के विधानसभा चुनाव में अर्थी बाबा ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के खिलाफ भी आजमगढ़ से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. लेकिन, किसी कारणवश वह चुनाव नहीं लड़ सके. 

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राष्ट्रपति चुनाव में भी ठोक चुके हैं दावेदारी
हद तो तब हो गई जब अर्थी बाबा ने देश के राष्ट्रपति चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा डाली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के खिलाफ भी उन्होंने दावेदारी ठोकी थी, लेकिन 100 प्रस्तावक नहीं मिलने से वे चुनाव मैदान में नहीं आ सके. अब कुशीनगर से बौद्ध भिक्षु भंते बनने के बाद 2024 में कुशीनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे जो बेहद दिलचस्प होगा. दिलचस्प इसलिए होगा, क्योंकि अर्थी पर आने वाले बाबा को अब कुशीनगर में हार मिलेगी या जीत यह तो पता नहीं, लेकिन अर्थी वाला फॉर्मूला कितना काम करेगा यह देखने वाला होगा. 

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