मंच पर भावुक हुए शिवपाल की अखिलेश से अपील, बोले- 'मेरे समर्पण और क्षमता को पहचानिए, कभी नहीं करूंगा निराश'
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मंच पर भावुक हुए शिवपाल की अखिलेश से अपील, बोले- 'मेरे समर्पण और क्षमता को पहचानिए, कभी नहीं करूंगा निराश'

Mainpuri Byelection 2022:  मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सोमवार को एक बार फिर अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक मंच पर नजर आए. जहां उन्होंने सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को रिकॉर्ड वोटों से जिताने की अपील की. संबोधन के दौरान शिवपाल भावुक नजर आए.

मंच पर भावुक हुए शिवपाल की अखिलेश से अपील, बोले- 'मेरे समर्पण और क्षमता को पहचानिए, कभी नहीं करूंगा निराश'

मैनपुरी उपचुनाव 2022: मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. रैली-जनसभाओं के जरिए वोटरों को साधने के लिए पूरा यादव परिवार एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. इसी क्रम में सोमवार को जसवंतनगर सम्मेलन में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव साथ शिवपाल सिंह यादव नजर आए. जहां अखिलेश ने शिवपाल का पैर छूकर लिया आशीर्वाद. वहीं, अपने संबोधन के दौरान शिवपाल यादव का दर्द छलक उठा. 

संबोधन के दौरान भावुक हुए शिवपाल 
शिवपाल यादव ने अपने संबोधन के दौरान कहा, आज हमारे बीच में नेताजी नहीं हैं, इसलिए ये चुनाव और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है. यहां का विकास नेताजी ने किया है. अगर आपने यहां से डिंपल यादव को हमसे ज्यादा रिकॉर्ड मतों से चुनाव जिताया तो ये नेताजी को पक्की श्रद्धांजलि होगी. आप लोगों की जो इच्छा थी हम लोगों से कोने में जाकर भी कहते थे एक होना जरूरी है. तो मैं इसलिए अखिलेश से भी कहना चाहता हूं कि मेरा समर्पण, मेरी क्षमता को पहचानिए, मैंने  नेताजी को कभी निराश नहीं किया है. इसलिए जनता के सामने आपसे कहना चाहता हूं कि आपको भी हम कभी निराश नहीं करेंगे.

बीजेपी प्रत्याशी पर शिवपाल का निशाना
बीजेपी प्रत्याशी रघुराज पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा, यहां पर एक प्रत्याशी टहलते हुए कह रहे हैं कि मैं शिवपाल यादव का शिष्य हूं. मेरी समझ में शिष्य तो दूर है तुम चेला भी नहीं हो. तुम तो महत्वकांक्षी हो, स्वार्थी हो, अवसरवादी हो. अगर चेला भी होते तो छिपके नहीं जाते बता के जाते. 

शिवपाल की डिंपल को रिकॉर्ड वोटों से जिताने की अपील
मैं बहुत कुछ नहीं कहना चाहता हूं केवल इतना कहना चाहूंगा कि  नेताजी ने सभी का जाति-मजहब से ऊपर उठकर जनता का दिल जीता है. जसवंतनगर के लोगों को 5 तारीख को वोट पड़ेंगे. 5 तारीख को डिंपल को हमारा जो पुराना रिकॉर्ड 91 हजार का है,उसको रिकॉर्ड को तोड़कर चुनाव जिता देना. हम आपको आश्वासन देना चाहते हैं कि नेताजी के बहुत से सपने थे. जो सपने अधूरे हैं उनको डिंपल के साथ मिलकर पूरा करेंगे. इन सपनों को पूरा करने के लिए हम और डिंपल अखिलेश का भी सहयोग लेने का काम करेंगे.  

अखिलेश यादव ने संबोधन के दौरान कहा कि ''जसवंतनगर की पहचान आसपास ही नहीं पूरे देश में हो. यहां के लोगों के बीच नेताजी लंबे समय तक रहे. यहां की जनता के दिलों में आज भी नेताजी दिलों में बसे हुए हैं. यहां के बुजुर्ग लोग नेताजी के साथ कदम से कदम मिलाकर चले होंगे. यहां के विकास को आगे ले जाने का काम यहां के विधायक शिवपाल यादव ने ले जाने का काम किया है. इसलिए हमारी और आपकी जिम्मेदारी बनती है कि इसे और आगे ले जाने का काम करें.''

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