Navratri Fasting Benefits: आमतौर पर उपवास रखने का संबंध सिर्फ पूजा-पाठ या धर्म से माना जाता है...क्या आप जानते हैं इसका संबंध सिर्फ पूजा-पाठ या धर्म से नहीं है बल्कि सेहत से भी है....
Trending Photos
Navratri Fasting Benefits: 26 सितंबर से नवरात्रि के पावन दिन शुरू हो रहे हैं. नवरात्रि व्रत की महिमा शास्त्रों में भी वर्णित है. धर्म शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि व्रत करने वाले जातकों पर मां दुर्गा की विशेष कृपा होती है. इसके अलावा घर में सुख-शांति व समृद्धि आती है. नवरात्रि व्रत रखने से मां दुर्गा अपने भक्तों पर हमेशा कृपा बनाए रखती हैं. क्या आप इस नवरात्रि व्रत रख रही हैं? तो एक बार इसके फायदों के बारे में भी जान लें.
व्रत (उपवास) रखना सिर्फ शरीर को ही नहीं, बल्कि दिमाग को भी फायदा देता है. जिसे अब विज्ञान भी मानने लगा है. व्रत रखने से शरीर पूरी तरह निरोग हो सकता है. आइए जानते हैं व्रत रखने के फायदे ...
नवरात्रि का उपवास रखने से शरीर को मिलते हैं ये फायदे
पाचन तंत्र के लिए बढ़िया
एक रिसर्च के अनुसार, 62.33 प्रतिशत लोगों को उपवास के दौरान अपच की कोई परेशानी नहीं हुई. जबकि 27 फीसदी लोगों की अपच की परेशानी ठीक भी हो गई. व्रत रखने से पाचन संबंधी विकार भी दूर हो सकते हैं.
बॉडी होती है डिटॉक्सीफाई
व्रत के दौरान अगर व्यक्ति खाद्य पदार्थों की जगह तरल पदार्थों यानी कि लिक्विड का सेवन करें तो उसकी बॉडी डिटॉक्सीफाई होगी. उपवास रखने से पेट संबंधी और त्वचा संबंधी समस्याएं भी कम परेशान करती हैं.
स्ट्रेस होगा कम
व्रत करने से स्ट्रेस में कमी आती है. उपवास करने से दिमाग शांत रहता है. व्रत में हम तामसिक भोजन का सेवन नहीं करते हैं. जिसके कारण दिमाग में शांति का भाव पैदा होता है. व्रत करने से डिप्रेशन और मस्तिष्क से जुड़ी कई समस्याओं में फायदा होता है.
स्किन की बनी रहेगी चमक
व्यक्ति के खान-पान का असर उसकी त्वचा पर साफ दिखाई देता है. व्रत में बहुत ही सादा खाना खाया जाता है. ऐसा खाना खाने से शरीर में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और त्वचा की खोई चमक वापस लौट आती है.
वेट लॉस में मददगार
वेट लॉस करने के लिए उपवास एक अच्छा तरीका हो सकता . इंटरमिटेंट फास्टिंग से बढ़ती चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है.
Navratri 2022: श्रीलक्ष्मण के बेटे से जुड़ी है मां चंद्रिका के इस मंदिर की कहानी, जानें मान्यता
कोलेस्ट्रॉल होता है कम
कई शोध बताते हैं कि एक दिन के अंतराल के बाद किए जाने वाले उपवास से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है. इससे ट्राइग्लरसाइड यानी एक प्रकार का वसा और खराब कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित हो सकता है.
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
व्रत के दौरान कुछ आवश्यक पोषक तत्वों को लेना जरूरी है वरना व्रत करना आपके लिए तकलीफदेह हो सकता है. व्रत के बाद आप जब भी कुछ खाएं, कोशिश करें कि वो पौष्टिक हो न कि फैट से भरा हुआ, वरना वजन घटने के बजाय बढ़ जाएगा. नवरात्रि के व्रत में एल्कोहल, सिगरेट सब कुछ बंद हो जाता है. अनाज की जगह फल खाते हैं, जिससे पेट की सेहत दुरुस्त रहती है. कब्ज, ब्लोटिंग, गैस, अपच की समस्या नहीं होती है.
उपवास कब और कैसे रखें
यूं तो उपवास कभी भी रखा जा सकता है, लेकिन यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है तो व्रत रखने से बचना चाहिए. उपवास के दौरान खाली पेट बहुत अधिक चाय या कॉफी पीने से बचें. ऐसा करने से फायदे की जगह शरीर को नुकसान हो सकता है.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.
Dussehra 2022: जानें कब है दशहरा! पंचांग के अनुसार जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और रावण दहन का समय