Noida: साइबर ठग ने विदेश में सेमिनार के नाम पर कई मशहूर डॉक्टरों से ठगे करोड़ों रुपये, ऐसे बनाया शिकार
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Noida: साइबर ठग ने विदेश में सेमिनार के नाम पर कई मशहूर डॉक्टरों से ठगे करोड़ों रुपये, ऐसे बनाया शिकार

UP New: उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) से साइबर अपराध (Cyber Crime) का एक मामला सामने आया है. यहां डॉक्टरों को ही निशाना बनाते हुए शख्स ने करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है. जानकारी के मुताबिक शख्स अकेला ही काम करता था.

 

Noida: साइबर ठग ने विदेश में सेमिनार के नाम पर कई मशहूर डॉक्टरों से ठगे करोड़ों रुपये, ऐसे बनाया शिकार

नोएडा: आपको अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 याद होगी, जिसमें उन्होंने नकली सीबीआई की टीम बनाकर करोड़ों रुपये ठगे थे. इसी से मिलता जुलता एक मामला नोएडा से सामने आया है. यहां नोटबंदी के दौरान एक युवक की नौकरी चली गई, इसके बाद उसने मशहूर डॉक्टरों को निशाना बनाकर करोड़ों का चूना लगा दिया. नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने सोमवार को आरोपी की पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, मामला सामने आने के बाद लखनऊ एवं हैदराबाद से भी कुछ डॉक्टरों ने साइबर पुलिस से संपर्क किया है. 

सेमिनार का झांसा देकर डॉक्टरों को ठगा
मामला नोएडा के एक निजी अस्पताल से जुड़ा है. यहां के एक हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. महकार सिंह खारी ने 22 जून 2022 को शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने कहा कि विशाल पांडे नामक व्यक्ति ने उनसे दुबई में सेमिनार ऑर्गनाइज कराने और उसमें भाग लेने के लेने का झांसा देकर बारी-बारी से 18.72 लाख रुपये की ठगी की. विशाल ने पेटीएम, फोन-पे एवं अपने निजी खाते में उनसे पैसे ट्रांसफर करवाए थे.

पूछताछ में किए चौंकाने वाले खुलासे
साइबर अपराध थाने की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि पुलिस ने सोमवार को विशाल को पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले से गिरफ्तार किया है. मंगलवार को उसे ट्रांजिट रिमांड पर नोएडा लाया गया है. पुलिस पूछताछ में विशाल ने बताया कि वह 2017 में ग्लेन मार्क कंपनी में फाइनेंस कंट्रोलर ऑफिसर (एफएसओ) के रूप में काम करता था. नोटबंदी के दौरान उसकी नौकरी चली गई. इसके बाद वह चिकित्सकों के लिए ब्लैक मनी को एक्सचेंज करने लगा. इस दौरान उसे लगा कि डॉक्टरों को ठगने की योजना बनाई. इसके बाद सेमिनार और विदेशी टूर के नाम पर उनसे जालसाजी करने लगा. विशाल अपनी पहचान छुपाकर दिसंबर 2021 से अलग-अलग राज्यों के रह रहा था. जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि विशाल ने 18 डॉक्टरों से करीब पांच करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है.

अकेले करता था काम
पुलिस के मुताबिक विशाल अकेले ही काम करता था. वह अपनी कमाई में किसी को हिस्सा नहीं देना चाहता था, इसलिए कमान अपने हाथ में रखता था. धीरे-धीरे उसका नेटवर्क बढ़ रहा था, इसलिए वह अपने साथ कुछ और लोगों को शामिल करने की तैयारी में था. विशाल की गिरफ्तारी के बाद नोएडा के अलावा लखनऊ एवं हैदराबाद से भी कुछ डॉक्टरों ने साइबर पुलिस से संपर्क किया है. साइबर अपराध पुलिस को 30 करोड़ से अधिक ठगी की आशंका है. उन्होंने बताया कि आरोपी को जनपद गौतमबुद्ध नगर न्यायालय में पेश कर उसकी कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी

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