राजभर ने आरोप लगाया कि आरएसएस देश को आज़ाद न करने के लिए अंग्रेजों के साथ खड़ी रही और माफी भी मांगती रही. उनका कहना है कि देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ही हैं. इन लोगों के कहने से सावरकर और गोडसे नहीं हो जाएंगे...
Trending Photos
मनोज चतुर्वेदी/बलिया: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले सभी दल एक दूसरे पर हमलावर जरूर हैं, लेकिन इन्हीं में से कुछ नेता ऐसे हैं जो जोश में होश ही खो देते हैं. जोश या गुस्से में वह क्या बोल देते हैं, यह वह खुद भी नहीं समझ पाते और फिर आगे जाकर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है उनसे जुड़ी राजनीतिक पार्टी/पार्टियों को. ऐसा ही कुछ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने बोल दिया है.
आजादी में आरएसएस का योगदान नहीं- राजभर
दरअसल, ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) पर बेतुका आरोप लगाते हुए सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को महापुरुष मानने से इनकार कर दिया है. राजभर का कहना है कि बीजेपी के नेता सावरकर के बच्चे हैं. नागपुर में इन्हें झूठ बोलने की ट्रेनिंग दी जाती है. वे यहीं नहीं रुके, राजभर ने आगे बोला कि सावरकर महापुरुष नहीं हैं और देश की आज़ादी में आरएसएस का कोई योगदान नहीं है. देश के लिए जो योगदान हमारे महापुरुषों ने किया है, उसमें आरएसएस का योगदान नहीं है.
अपने अंतिम समय में लोग हरिद्वार आते हैं, यह केजरीवाल का 'आखिरी समय' ही है: गणेश जोशी
भाजपा और आरएसएस पर लगाए गंभीर आरोप
राजभर ने आरोप लगाया कि आरएसएस देश को आज़ाद न करने के लिए अंग्रेजों के साथ खड़ी रही और माफी भी मांगती रही. उनका कहना है कि देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ही हैं. इन लोगों के कहने से सावरकर और गोडसे नहीं हो जाएंगे. वहीं, बीजेपी पर आरोप लगाते हुए राजभर ने कहा कि ये लोग गोडसे को महापुरुष बनाना चाहते हैं, जिसने गांधी जी को गोली मारी थी.
जनता से की भाजपा को वापस न लाने की अपील
बता दें, ओमप्रकाश राजभर अपने बलिया के रसड़ा स्थित केंद्रीय कार्यालय पर 2011 की 72825 शिक्षक भर्ती से जुड़े बीएड-टेट के अभ्यर्थियों को ज्ञापन देने आए थे. इस दौरान उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने यहां पर जनता से अपील की कि संकल्प लेकर जाइए- जबतक भाजपा की विदाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं.
WATCH LIVE TV