Sitapur News: सीतापुर जिले में एक उपभोक्ता के होश उस समय उड़ गए जब उसे बिजली विभाग की लापरवाही के चलते पौने दो करोड़ का बिजली का बिल आ गया. जिसको देखकर वह बेहोश हो गई. जानिए क्या है पूरा मामला.
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राजकुमार दीक्षित/सीतापुर: एक तरह प्रदेश में बिजली आपूर्ति में सुधार होने से लोगों को राहत मिली है. वहीं दूसरी ओर विभाग की कुछ खामियों के चलते उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से सामने आया है, जहां एक उपभोक्ता के होश उस समय उड़ गए जब उसे बिजली विभाग की लापरवाही के चलते पौने दो करोड़ का बिजली का बिल आ गया. जिसको देखकर वह बेहोश हो गई.
बिल देखकर हो गई बेहोश, ठीक कराने के लिए काटे अधिकारियों के चक्कर
बता दें कि आसिफा पत्नी यार अली सीतापुर के भगवानपुर की रहने वाली है. आसिफा के उस समय होश उड़ गए जब बिजली विभाग की लापरवाही के चलते आसिफा के नाम पौने दो करोड़ का बिजली का बिल आया. बिल को देखकर आसिफा बेहोश हो गई. इसके बाद इसे ठीक कराने के लिए वह अधिकारियों के चक्कर लगाती रही लेकिन आरोप है कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद दर्जनों उपभोक्ता डीएम अनुज सिंह से मिलने पहुंचे. जहां डीएम ने तत्काल दिल को ठीक कराने के निर्देश दिए.
क्या बोले पीड़िता के पति?
पीड़ित उपभोक्ता आसिफा के पति ने बताया, बिल देखते ही हमारी पत्नी बेहोश हो गई. इतना ही नहीं इसके अलावा भी जिसने भी पौने दो करोड़ का बिल देखा वह हैरान रह गया. उन्होंने इसे ठीक करने के लिए जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र दिया है. इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रार्थना पत्र दो तुम्हारा बिल ठीक कर दिया जाएगा.
पौने दो करोड़ के बिल पर विद्युत विभाग के इंजीनियर रमेश कुमार ने बताया कि मीटर डिमांड गलत फीड हो जाने के कारण आसिफा का बिल करीब पौने दो करोड़ रुपए आ गया था. जिसको हम लोगों ने सिस्टम पर देखा और सोता संज्ञान लेते हुए उसे ठीक करा दिया.
मीटर डिमांड गलत फीड हो जाने के कारण आसिफा का बिल करीब पौने दो करोड़ रुपए आ गया था. जिसको हम लोगों ने सिस्टम पर देखा और स्वत: संज्ञान लेते हुए उसे ठीक करा दिया. मीटर रीडर से वास्तविक डिमांड पूछ कर आसिफा के बिल को सही करा दिया गया है. अब आसिफा का बिल 744 रुपये बना है.
उन्होंने आगे बताया कि उपभोक्ता द्वारा बिल जमा कर दिया गया है. ऑनलाइन बिलिंग में कभी-कभी ऐसी त्रुटियां आ जाती है इस बिल को देखकर बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही साफ नजर आती है.