पुलवामा की चौथी बरसी के मौके पर यूपी और उत्तराखंड के उन वीर सपूतों को हर जगह याद किया गया जिन्होंने आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए अपनी जान देश के लिए गंवा दी. इस मौके पर परिजनों ने नम आंखों से अपनो को याद किया.
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लखनऊ/ रवि मिश्रा: पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की चौथी बरसी के मौके पर देश ने उन सभी 40 वीर सपूतों को याद किया, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण गंवाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में जगह-जगह लोगों ने नम आंखों से शहीदों को याद किया. देवरिया में शहीद विजय मौर्य के पैतृक गांव में हुआ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. पुलवामा हमले में अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद विजय मौर्य का पैतृक गांव देवरिया के छपिया जयदेव में है. इस मौके पर गांव, क्षेत्र और परिवार के लोगों ने शहीद वीर सपूत को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. गांव में विजय मौर्य की मूर्ति स्थापित की गई है. शहीद विजय मौर्या सीआरपीएफ की 92 बटालियन में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे. वहीं शहीद की पत्नी ने कहा की मुझे दुख तो है साथ ही अपने पति पर मुझे गर्व भी है.
शामली
पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के 2 जवानों के शहीद स्मारक पर जाकर उनके परिवार व समाजसेवी लोगों ने श्रद्धांजलि और उनको याद किया. मंगलवार को शामली सिटी में स्थापित जवानों के शहीद स्मारक पर पहुंचकर सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीदों को याद किया. इस मौके पर लोगों ने कहा कि पाकिस्तान की शह पर पले आतंकवादियों ने धोखे से हमारे जवानों पर हमला किया. जहां देश की सुरक्षा के लिए हमारे जवान आज भी मुस्तैदी से खड़े हुए हैं.
अल्मोड़ा
शहीदों की याद में उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. यहां पूर्व केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल कार्मिक संगठन उत्तराखंड की ओर से आयोजित श्रद्धांजली कार्यक्रम में समाज के सभी वर्ग के लोगों ने पहुंच कर वीर शहीदों को याद किया. इस दौरान एसएसबी जवानों ने देशभक्ति धुनों को बजाकर वीर जवारों को श्रद्धांजली दी.
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महाराजगंज
पुलवामा हमले में शहीद हुए महाराजगंज के सपूत पंकज त्रिपाठी की चौथी पुण्यतिथि पर उनके गांव पहुंचकर हजारों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. उनके गांव हरपुर बेलहिया में स्थित उनकी प्रतिमा पर जनपद के अधिकारियों समेत क्षेत्र के हजारों लोगों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित कर उनको याद किया. उनके पिता ने बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें अपने बेटे को खोने का गम तो हमेशा रहेगा लेकिन उन्हें इस बात की गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ.
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