पुलिस ने बताया है कि पीएनबी में 400 करोड़ रुपये से का घोटाला करने वाले लोन माफिया लक्ष्य तंवर के खिलाफ अलग-अलग थानों में 39 केस दर्ज हैं. इनमें से 9 केस ऐसे हैं, जिनमें प्रियदर्शिनी भी नामजद है. आरोपी प्रियदर्शिनी ने माफिया लक्ष्य के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक में कई सौ करोड़ रुपये की ठगी की है...
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गाजियाबाद: गाजियाबाद में पंजाब नेशनल बैंक में हुए 400 करोड़ रुपये के लोन घोटाले केस में एक बड़ी कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि इस घोटाले में SIT ने बर्खास्त मैनेजर प्रियदर्शिनी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें, आरोपी मैनेजर 9 दर्ज केसेस में नामजद है. प्रियदर्शिनी पर आरोप है कि उसने लोन माफिया लक्ष्य तंवर के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया था. इसी के साथ प्रियदर्शिनी गिरफ्तार होने वाली पहली बैंक अधिकारी है. वहीं, इस फर्जीवाड़े में लक्ष्य तंवर का साथ देने वाले इस बैंक के बाकी कर्मचारी और अधिकारी भी SIT के रडार पर हैं. जल्द उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.
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नोएडा के बिसरख से किया गया गिरफ्तार
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी बैंक मैनेजर प्रियर्शिनी बिहार के आरा की रहने वाली है. वह पहले पति के साथ साहिबाबाद में रहती थी. लेकिन, पुलिस की पहुंच से दूर होने के लिए वह नोएडा के बिसरख थानाक्षेत्र स्थित अरिहंत सोसाइटी में जाकर रहने लगी थी. यहां उसके पति के रिश्तेदार रहते हैं. पुलिस ने इसी सोसाइटी से उसे अरेस्ट किया है.
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अगस्त में लक्ष्य तंवर के गिरफ्तार होने के बाद उजागर हुआ था मामला
पुलिस ने बताया है कि पीएनबी में 400 करोड़ रुपये से का घोटाला करने वाले लोन माफिया लक्ष्य तंवर के खिलाफ अलग-अलग थानों में 39 केस दर्ज हैं. इनमें से 9 केस ऐसे हैं, जिनमें प्रियदर्शिनी भी नामजद है. आरोपी प्रियदर्शिनी ने माफिया लक्ष्य के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक में कई सौ करोड़ रुपये की ठगी की है. अगस्त 2021 में लक्ष्य तंवर गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद प्रियदर्शिनी का नाम भी सामने आ गया. उसपर विभाग जांच बैठाई गई, जिसमें प्रियदर्शिनी को दोषी पाया गया.
5 केसेस में रिमांड मंजूर
दोषी पाए जाने के बाद प्रियदर्शिनी को मैनेजर पद से बर्खास्त कर दिया गया. बताया जा रहा है कि 9 में से 5 मामलों में कोर्ट ने रिमांड की परमिशन दे दी है. बाकी आरोपियों के खिलाफ भी एक्शन लिए जा रहे हैं.
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