Magh Mela 2022: मेला क्षेत्र में अस्थायी 13 पुलिस थाने, 26 पुलिस चौकी और 13 फायर स्टेशन बनाए गए हैं. वहीं, चार हजार के करीब पुलिसकर्मी तैनात हैं. सिविल पुलिस, सीआरपीएफ, आरएएफ, पीएसी, और एटीएस के कमांडोज की भी तैनाती की गई है...
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक माघ मेले की आज से शुरुआत हो गई है. लाखों श्रद्धालु ब्रह्ममुहूर्त से त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबके लगाने आए हैं. इसी के साथ, मेला प्रशासन का दावा है कि स्नान पर्व से पहले तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मेला क्षेत्र में 6 किलोमीटर में 24 अलग-अलग स्नान घाट बनाए गए हैं. कोविड के चलते स्नान घाट का विस्तार भी किया गया है. सुरक्षा के दृष्टिगत स्नान घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग गई है. घाटों पर जल पुलिस के साथ-साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है.
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भारी मात्रा में तैनात किए गए पुलिसकर्मी
मेला क्षेत्र में अस्थायी 13 पुलिस थाने, 26 पुलिस चौकी और 13 फायर स्टेशन बनाए गए हैं. वहीं, चार हजार के करीब पुलिसकर्मी तैनात हैं. सिविल पुलिस, सीआरपीएफ, आरएएफ, पीएसी, और एटीएस के कमांडोज की भी तैनाती की गई है. एलआईयू के अलावा, सादे ड्रेस में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी.
श्रद्धालुओं को किया जा रहा जागरूक
स्नान घाटों पर भीड़ न हो इसके लिए पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के जरिए भी लोगों को जागरूक किया जाएगा. वहीं, माघ मेले के पहले स्थान पर्व मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से जल पुलिस के साथ-साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. साथ ही, डीप वाटर बैरिकेडिंग की गई है.
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लानी होगी कोविड टेस्ट की रिपोर्ट
एसपी मेला राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से सभी चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. साथ ही, कोविड को देखते हुए बेहद सावधानी बरती जा रही है. घाटों पर विशेष निगरानी की जा रही है और कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा के लिहाज से सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जो भी श्रद्धालु कल्पवास के लिए आ रहे हैं, उन्हें 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर आने के लिए कहा गया है. इसके अलावा, अगर कोई श्रद्धालु नहीं लेकर आया है तो उसके लिए यहीं पर जांच की व्यवस्था की गई है. कोशिश है कि मेला हमेशा की तरह इस बार भी निर्विघ्न रूप से सकुशल संपन्न हो सके. इसके लिए मेला प्रशासन हर संभव कोशिश में जुटा है.
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