Randeep Guleria : एम्स (AIIMS) के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. उन्होंने कोविड-19 के दौरान बेहतरीन कार्य किया था.
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Randeep Guleria : कोरोना काल में कमाल करने वाले एम्स के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने नई पारी की शुरुआत की है. वो अब जाने माने प्राइवेट हास्पिटल चेन मेदांता हास्पिटल के साथ काम करेंगे. मेदांता के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉक्टर नरेश त्रेहन ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने डॉ. रणदीप गुलेरिया का उनके अस्पताल में तहेदिल से स्वागत किया. त्रेहन ने कहा कि रणदीप गुलेरिया जैसे वरिष्ठ चिकित्सकों की नियुक्ति हमारी विशेषज्ञता को बढ़ावा देने वाली है.
Former AIIMS Director Randeep Guleria joins Medanta Hospital
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— ANI Digital (@ani_digital) December 19, 2022
डॉ. रणदीप गुलेरिया लंग कैंसर, अस्थमा, COPD, श्वसन रोग और नींद से जुड़ी बीमारियों के विशेषज्ञ हैं. डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोविड-19 महामारी के दौरान स्पेशल टॉस्क फोर्स की जिम्मेदारी संभाली थी. सरकार को कोविड-19 से जुड़े फैसले लेने के लिए सलाहकारी समिति में भी उनकी अहम भूमिका थी. वो कोरोना काल के दौरान सामान्यतया रोजाना सामने आते थे और जनता के बीच फैले भ्रम और भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश करते थे.
गुलेरिया ने 12 नवंबर 2022 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था. वैसे उनका कार्यकाल अप्रैल 2024 तक था. डॉ. गुलेरिया ने एम्स में 30 से ज्यादा वर्षों तक अलग-अलग विभागों में सेवाएं दीं. एम्स के पूर्व निदेशक ने 23 सितंबर 2022 को वीआरएस के लिए आवेदन दिया था. हालांकि तब ये नहीं बताया गया था कि वो कहीं ज्वाइन करने वाले हैं. एम्स निदेशक के तौर पर डॉ. गुलेरिया का कार्यकाल मार्च 2022 में खत्म होना था, लेकिन इसे दो बार बढ़ाया गया था. गुलेरिया ने मार्च 2017 में एम्स दिल्ली के निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला था.
रणदीप गुलेरिया ने एम्स (AIIMS) में 1992 में चिकित्सा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर करियर की शुरुआत की थी. गुलेरिया ने वर्ष 2011 में फेफड़ों, क्रिटिकल केयर और निद्रा चिकित्सा विभाग का गठन किया था. डॉ गुलेरिया ने एम्स के निदेशक के रूप में 28 मार्च 2017 को 5 साल के लिए कार्यभरा संभाला था। उनका कार्यकाल 24 मार्च को समाप्त होना था, लेकिन इसे 3 महीने के लिए बढ़ाया गया था. उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए तीन माह और सेवा विस्तार दिया गया.
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