Siddharth Nagar :फर्जी तरीके से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कर लोगों से की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
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Siddharth Nagar :फर्जी तरीके से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कर लोगों से की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

यदि आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो सतर्क रहें. आरबीआई और बैंकों द्वारा लगातार बैंकिंग जागरुकता फैलाए जाने के बाद भी लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं. सिद्धार्थनगर पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है.

Siddharth Nagar :फर्जी तरीके से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कर लोगों से की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

सलमान आमिर/सिद्धार्थनगर: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह का सिद्धार्थनगर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. जनपद की एसओजी , सर्विस लांस और बांसी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने फर्जी तरीके से क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार करने वाले 2 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्त में आए इन शातिर ठगों के नाम अब्दुर्रहमान और वसिउल्लाह है. दोनों अभियुक्त सिद्धार्थनगर के निवासी हैं. इनके पास से पुलिस ने कोटक बैंक के 6 अदद फर्जी बैंक एकाउंट, 4 लाख 50 हजार रूपये नगद, 11 बैंकों के एटीएम, 5 मोबाईल ,8  चेकबुक, 1 मोटर साईकिल,14 मोबाईल सिम बरामद किया है. बताया जा रहा है कि बांसी कोतवाली के बांसी में क्रिप्टो ट्रेडर के नाम से एक संस्था चल रही थी. संस्था लोगों के आधार कार्ड व मोबाइल नंबर की फिडिंग करती थी. इसी बीच संबंधित फर्म के लोग आम लोगों के फर्जी आधार कार्ड,फर्जी सिम और फर्जी बैंक एकाउंट के जरिए पैसों का लेनदेन करते थे.

शातिर तरीके से करते थे वारदात

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया है कि ये क्रिप्टोकरेंसी (यूएसडीटी) की ट्रेडिंग करते हैं. अपने एकाउंट से पूर्व में ट्रेडिंग करने पर ज्यादा संख्या में ट्रांन्जेक्शन व पैसे के कारण बैंक द्वारा पूछताछ की गयी थी. इससे डरकर इन लोगों ने टेलीग्राम ग्रुप मे जुड़े व्यक्ति से दूसरे के नाम के एकाउंट व सिम कार्ड के खरीदने के लिए सम्पर्क किया. उसके द्वारा 7000 रुपये प्रति फर्जी खाता व सिम कार्ड जो दूसरे के नाम से होते हैं, उनको ऑनलाइन पेमेन्ट कर देने पर कूरियर के माध्यम से औरंगाबाद से भेज दिया जाता था.

संदिग्ध पार्सल से हुआ खुलासा

इसके बाद आरोपी तीन मोबाइल आईफोन में लगाकर अनवेरिफाईड व्यक्तियों को एक क्रिप्टो एक्सचेंन्ज के माध्यम से 20 प्रतिशत अधिक दाम पर सेल करके लाभ कमाते हैं. पुलिस कप्तान ने बताया कि अभियुक्तों के अनुसार उनके ये फर्जी खाते दो से तीन दिनों मे फ्रीज हो जाते हैं. इसलिए वह लाभ के पैसों को अपने तथा परिवार के एकाउंट मे ट्रान्सफर कर लेते थे. अलग-अलग खातों से लेनदेन करने से किसी एजेंसी की नजरों में वह नहीं आते थे और उन्हें टैक्स भी नहीं देना पड़ता था. लेकिन इस बीच इनकी कुछ संदिग्ध हरकतों और पार्सल के लगातार आने से पुलिस की नजर में आ गए. पुलिस क्रिप्टो करेंसी का गैर कानूनी करने वाले इन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

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