Mann Ki Baat: मन की बात में बोले पीएम मोदी- कभी भी छोटी बात को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand994155

Mann Ki Baat: मन की बात में बोले पीएम मोदी- कभी भी छोटी बात को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए

PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोकस नदियों के महत्व, स्वच्छता और वोकल फॉर लोकल पर रहा. पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में नदियों के महत्व के बारे में बताया. मन की बात कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है

Mann Ki Baat: मन की बात में बोले पीएम मोदी- कभी भी छोटी बात को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए

PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी आज 26 सितंबर को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश की जनता से संवाद किया. रेडियो प्रोग्राम का यह 81वां एडिशन है. मन की बात कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है. इस बार मन की बात कार्यक्रम ऐसे समय में होगा जब प्रधान मंत्री, संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी आधिकारिक तीन दिवसीय यात्रा समाप्त की है. 

आज 'वर्ल्ड रिवर डे' भी है, इसलिए पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में नदियों के महत्व के बारे में बताया. पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में  विश्व नदी दिवस पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि नदी हमारे लिए जीवंत इकाई है और हमारे देश में इसे मां मानने की परंपरा है.

नदियां अपना जल खुद नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए देती हैं
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे गुजरात में बारिश की शुरुआत होती है तो गुजरात में जल-जीलनी एकादशी मनाते हैं. मतलब की आज के युग में हम जिसको कहते है ‘Catch the Rain’ वो वही बात है कि जल के एक-एक बिंदु को अपने में समेटना, जल-जीलनी.पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में कहा जाता है कि “पिबन्ति नद्यः, स्वय-मेव नाम्भः'', अर्थात । नदियां अपना जल खुद नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए देती हैं.

‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है
हम नदियों की सफाई और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने का काम सबके प्रयास और सबके सहयोग से कर ही सकते हैं. ‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने मन की बात के दौरान कहा-आजकल एक विशेष ई-आक्शन चल रहा है. ये इलेक्ट्रानिक नीलामी उन उपहारों की हो रही है, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं. इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो नमामि गंगे अभियान के लिए ही समर्पित किया जाएगा.

 

छोटी-छोटी बातों की जीवन में बड़ी अहमियत 
पीएम मोदी ने कहा कि कभी भी छोटी बात को और छोटी चीज को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए. अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत रखती थीं. वह छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया.

हमारे आज के नौजवान को ये जरुर जानना चाहिए कि साफ-सफाई के अभियान ने कैसे आजादी के आंदोलन को एक निरंतर ऊर्जा दी. ये महात्मा गांधी ही तो थे, जिन्होंने स्वच्छता को जन-आन्दोलन बनाने का काम किया.

Video: बच्चे के ऊपर गिरने वाली थी दीवार, ढाल बनकर खड़ी हो गई मां, नहीं आने दी खरोंच

गांव देहात में भी यूपीआई से लेनदेन बढ़ा
आज गांव देहात में भी यूपीआई से लेनदेन की दिशा में सामान्य आदमी जुड़ रहा है. पिछले अगस्त में यूपीआई से 355 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं. हम कह सकते हैं कि अगस्त के महीने में साढ़े तीन सौ करोड़ से ज्यादा बार यूपीआई का इस्तेमाल डिजिटल लेन-देन के लिए किया गया.

वोकल फॉर लोकल को मजबूत करें

उन्होंने कहा कि आजादी की जंग में खादी का जो गौरव था, वही गौरव आज युवा पीढ़ी खादी को दे रही है. साथ ही कहा कि मेरे उपहारों की नीलामी से मिलने वाला पैसा नमामि गंगे मिशन को दिया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि 2 अक्टूबर बापू की जयंती पर एक नया रिकॉर्ड बनाएं. जहां भी खादी, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट बिकता हो, दिवाली सामने है, अपनी हर खरीदारी वोकल फॉर लोकल को मजबूत करने और पुराने रिकॉर्ड तोड़ने वाली करें.

कल किया था संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित
पीएम मोदी ने कल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। इस भाषण में मोदी ने कोरोना, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और अफगानिस्तान जैसे मुद्दों पर विश्व बिरादरी के सामने भारत की बात रखी थी. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शनिवार को ही इस रेडियो कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी जो आज सुबह 11 बजे से होना है.

रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 80वें कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, जब खेल-कूद की बात होती है तो स्वाभाविक है हमारे सामने पूरी युवा पीढ़ी नजर आती है और जब हम युवा पीढ़ी की तरफ गौर से देखते हैं कितना बड़ा बदलाव नजर आता है. युवा का मन बदल चुका है और आज का युवा मन घिसे-पिटे पुराने तौर तरीकों से निकलकर कुछ नया करना चाहता है, हटकर के करना चाहता है. आज का युवा पुराने बने हुए रास्तों पर चलना नहीं चाहता है. वो नए रास्ते बनाना चाहता है.

आंबेडकर नगर: शहर की सड़कों और गलियों में घूमती नजर आएंगी पुलिस की साइकिल स्कॉट, सिपाही रहेंगे फिट

Gold Rate Today: सोने-चांदी में नरमी या उछाल, जानें लखनऊ-कानपुर में आज क्या चल रहा भाव

WATCH LIVE TV

Trending news