Trending Photos
Tulsi Manjari: औषधीय गुणों से परिपूर्ण तुलसी का पौधा आपने जरूर देखा होगा. सनातन हिन्दू परंपरा में इसका काफी महत्व है. वहीं, तुलसी की पत्तियों के साथ ही इसकी मंजरी भी काफी उपयोगी है. तुलसी का पौधा सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक होता है. ऐसी मान्यता है कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है. इसलिए मंजरी (Manjari) आते ही इसे भगवान को चढ़ा देना चाहिए. ऐसा न करना अशुभ हो सकता है. ऐसे में क्या करना चाहिए आइए आपको बताते हैं.
सोते समय भी करना चाहते हैं वजन कम, फटाफट अपनाएं ये टिप्स, weight loss देख हो जाएंगे हैरान
तुलसी को विसर्जित कर ये करें
जानकरों की मानें तो तुलसी के पौधे की मंजरी को भगवान विष्णु को चढ़ाया जाता है. ऐसा न कराने पर आपको दोष लग सकता है. अगर ऐसा न हो सके तो उस तुलसी को विसर्जित कर नया तुलसी का पौधा लगा देना चाहिए. हालांकि अब ज्यादातर घरों में लड्डू गोपाल की पूजा होती हैं. ऐसे में आप उन्हें भी तुलसी की मंजरी चढ़ा सकते हैं. तुलसी के सूखे पत्तों का भी बहुत महत्व होता है. मान्यता है कि तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते. श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को स्नान करवाते समय तुलसी की सूखी पत्तियों को जल में डाला जा सकता है.
मंजरी के प्रयोग से मिल सकती है मां लक्ष्मी की कृपा
मान्यता है की जिस प्रकार तुलसी की पत्तियों में औषधीय गुण मौजूद होते हैं, ठीक उसी तरह इसकी मंजरी के भी बहुत अधिक धार्मिक महत्व हैं. मान्यता है कि तुलसी की मंजरी के प्रयोग से मां लक्ष्मी की कृपा पाई जा सकती है. आइए जानते हैं तुलसी की मंजरी के गुणों के बारे में.
सावधान! Whatsapp यूजर्स भूलकर भी न करें ये गलती, वरना बैन हो जाएगा अकाउंट
मंजरी साइनस में काफी फायदेमंद
आपको बता दें कि इसके प्रयोग से कभी भी दांतों में कीड़े नहीं लगते हैं. साथ ही पथरी भी नहीं होती है. तुलसी की मंजरी के प्रयोग से साइनस की समस्या नहीं होती है. इसके अलावा और भी बहुत से फायदे होते हैं. पूजा कर भगवान को अर्पित करने के बाद दानों को घर के अंदर रखने से सभी तरह ही नकारात्मकता दूर होती है. वहीं, बगैर तुलसी पत्र के पूजा भी अधूरी मानी जाती है.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है.
WATCH LIVE TV