UP CM Yogi: सांड पर सियासी संग्राम! सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को दिखाया आईना
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UP CM Yogi: सांड पर सियासी संग्राम! सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को दिखाया आईना

UP CM Yogi Adityanath LIVE in Legislative Assembly: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला. सांड जैसे आवारा पशु और डबल इंजन को लेकर सपा के कटाक्ष का भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जवाब दिया. 

Yogi Adityanath Akhilesh Yadav

UP CM Yogi Adityanath Speech Live : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में पूर्व सीएम अखिलेश यादव के आरोपों का करारा जवाब दिया. उन्होंने सांड, फसलों की एमएसपी, गरीबों को आवास समेत तमाम मुद्दों पर सपा और बीजेपी सरकार के आंकड़ों को सामने रखकर नेता विपक्ष के दावों की हवा निकाल दी. 

सीएम योगी ने कहा, अगर विपक्षी नेता ने किसानों की समस्या का ध्यान रखा होता तो सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या इनके कार्यकाल में नहीं होती. सीएम योगी ने चौधरी चरण सिंह का उल्लेख किया. बाढ़ और सूखे मुद्दे पर सीएम योगी ने कहा, भारत में खेती की बात होती है, तो पशुपालन भी उससे जुड़ता है. जिस सांड की आप बात कर रहे हैं, वो भी इसका हिस्सा हैं. आपके समय में सांड बूचड़खानों का हिस्सा होता था, लेकिन हमारे समय में यह खेती किसानी का हिस्सा बना है. आप के पसंदीदा सांड को हम नंदी के रूप मे पूजा करते हैं. शिवपाल के कमेंट पर योगी ने कहा, शिवपाल जी आप नहीं करते क्या, करते हैं तो क्यों नहीं समझाते. सीएम योगी ने शिवपाल सिंह यादव का जिक्र करके चुटकी ली कि हम जानते हैं कि आपके साथ अन्याय हुआ है. 

सीएम ने कहा, उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है. तुलसीदास ने कहा है कि समरथ को नहीं दोष गोसाईं. जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच में खाने के आदी हैं, वो दलितों की समस्या को क्या समझेंगे. एक गरीब की पीड़ा को क्या समझेंगे, किसान की पीड़ा को क्या समझेंगे. 

चिंता मत करो 2024 में खाता भी नहीं खुलेगा
योगी ने कहा, उत्तर प्रदेश की जनता हमारे लिए परिवार है आपके लिए वह वोटर हो सकता है. आप पर जनता को विश्वास नहीं था, यही वजह है कि 2014, 2017, 2019 और फिर 2022 में आपको नकार दिया. चिंता मत करो 2024 में आपका खाता भी नहीं खुलने वाला. 2024 में डबल इंजन की सरकार फिर से रिपीट होगी. चाचा अपना रास्ता अभी से तय कर लीजिए. यह आपके साथ ही न्याय नहीं करेंगे. जब भी आपका नाम आता है उसे काट दिया जाता है.अपने मित्र ओमप्रकाश राजभर से कुछ सीख लीजिए.

सपा कैडर को मिलता था गरीबों का आवास
सीएम योगी ने कहा, मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का आधे हिस्से के दौरान यूपी में सपा सरकार थी, लेकिन प्रधानमंत्री आवास के 55 लाख लोग क्या PDA (पिछड़ा दलित) नहीं थे, उन्हें क्यों नही लाभ मिला, उन्हें हमने आवास दिया. लोहिया आवास के लिए सपा का कैडर तय करता था कि घर किसे देना है. जबकि हमारी डबल इंजन सरकार ने बिना भेदभाव के यह किया है. प्रयागराज के भू माफिया से कब्जाई जमीन खाली कराकर वहां गरीबो को आशियाना दिया गया है.

सीएम योगी ने कहा, इस मॉनसून सत्र मे कुल 33 सदस्यों ने बाढ़ चर्चा मे भाग लिया. नेता विरोधी दल के विचारों को सुना,एक घंटे के भाषण मे उन्हें सिर्फ गोरखपुर का जलजमाव दिखाई पड़ा. उनके बयान से यही लगा 2014, 2017, 2019, 2022 का जनादेश जनता ने ऐसे ही नही दिया. 

योगी ने कहा, नेता विरोधी को गोरखपुर की चिंता हुई.गोरखपुर में गुरुवार शाम से 133 MM बारिश हुई और गोरखपुर वासी मौज मे है,क्योंकि अब वहां जल जमाव नही है. नेता विरोधी PDA की बात करते हैं, 40 वर्षो से पूर्वी उत्तर प्रदेश मे इंसेफेलाइटिस का कहर रहा, पचास हजार से ज्यादा बच्चो की मौते हुईं. आपकी चार बार सरकार आई क्या किया, क्या वहां PDA नही था क्या.

सीएम ने कहा, दुष्यंत जी की यही लाइन है तुम्हारे पैर के नीचे जमीन नहीं. जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो किसान गरीब दलित की पीड़ा क्या समझेंगे, पिछड़ों अति पिछडों के साथ इन्होंने क्या व्यवहार किया ये पूरा प्रदेश जानता है. उत्तर प्रदेश में अमूमन 15 जून तक मानसून आ जाता था,लेकिन इस वर्ष बारिश मानसून के अनुकूल बहुत संतोषजनक नहीं है, सामान्य से कम बारिश हुई. प्रदेश मे बड़ा हिस्सा सूखा है.

उत्तर प्रदेश देश ही नही दुनिया का ऐसा भूभाग हैं, जहां 86% भूमि सिंचित है. नहरों से सरकारी नलकूपों से और निजी नलकूपों से. इसी का परिणाम है कि देश के कुल कृषि योग्य भूमि का 11% भूमि उत्तरप्रदेश मे है, देश के खाद्यान का 20% उपज होती है.

सरकार किसानों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दे रही है. आपदा की चपेट में आए किसानो को मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है, 2017 मे 61,320 किसानों को 60 करोड़ का मुआवजा दिया. 2018 में तीन लाख 84 हजार 113 किसानों को 212 करोड़ का मुआवजा दिया गया. 2019 में 64.32 करोड़ का मुआवजा दिया. 2020 में तीन लाख से अधिक किसानों को 120 करोड़ का मुआवजा मिला. 2021 में 475.13 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा किसानों को दिया गया.  2022-23 मे 427.12 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा किसानों को (बाढ़,सूखा,ओलावृष्टि अतिवृष्टि) को दिया गया है. इसमें 8 हजार 400 से अधिक किसानों को मुआवजा उपलब्ध करवाया गया है.

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