क्या बदलेगा वोट का इतिहास! नोएडा, मथुरा,अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर की विधानसभा सीटों पर किसका रहा दबदबा, किसकी है हवा?
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क्या बदलेगा वोट का इतिहास! नोएडा, मथुरा,अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर की विधानसभा सीटों पर किसका रहा दबदबा, किसकी है हवा?

उत्तर प्रदेश के हाई-वोल्टेज चुनाव में पहले चरण का मतदान आज. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, शामली, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले में वोट डाले जा रहे हैं.. इस रिपोर्ट में जानते हैं अलीगढ़, मथुरा, मुजफ्फरनगर, नोएडा और मथुरा की सीटों के बारे में और जानते हैं कि पिछली बार किसका पलड़ा भारी था. 
 

 

क्या बदलेगा वोट का इतिहास! नोएडा, मथुरा,अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर की विधानसभा सीटों पर किसका रहा दबदबा, किसकी है हवा?

यूपी चुनाव 2022: उत्तर प्रदेश के हाई-वोल्टेज चुनाव में पहले चरण का मतदान आज है. पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, शामली, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले में वोट डाले जा रहे हैं. पहले चरण की वोटिंग आगे के चरणों के लिए हवा बनेगी. इस खबर के जरिए हम आपको 4 बड़े जिले अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, नोएडा और मथुरा की सभी सीटों के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दे रहे हैं.

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अलीगढ़- 7 विधानसभा सीटें
ताला नगरी का राजनीतिक तस्वीर
अलीगढ़ में सात विधानसभा सीटें हैं-खैर, बरौली, अतरौली,छर्रा,कोल,अलीगढ़ और इगलास. पिछले साल 2017 में बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया था. यहां की सभी 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. यहां से 60 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. साल 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अलीगढ़ और अलीगढ़ की सभी सीटों- छर्रा, कोल, खैर, बरौली, अतरौली, इगलास में जीत दर्ज की थी. बीजेपी का प्रदर्शन साल 2017 में यहां चौंकाने वाला रहा था. क्योंकि साल 2012 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को यहां एक भी सीट पर जीत नहीं मिली लेकिन साल 2017 विधानसभा चुनाव में चमत्कार बीजेपी के पक्ष में देखने को मिला. अलीगढ़ की सभी सात विधानसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.

मुजफ्फरनगर सीट -6 विधानसभा सीटें
मुजफ्फरनगर में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं. मुजफ्फरनगर सदर, पुरकाजी, चरथावल,  बुढ़ाना, खतौली और मीरापुर विधानसभा सीट इस जिले में आती हैं. मुजफ्फरनगर सीट से बीजेपी के कपिल देव अग्रवाल, आरएलडी से सौरभ स्वरूप बंसल, बीएसपी से पुष्कर पाल, कांग्रेस से सुबोध शर्मा प्रमुख उम्मीदवार हैं. 

मुजफ्फरनगर का जातीय समीकरण समझने की बात करे तो इस जिले की आबादी लगभग 25 लाख है, जिनमें से लगभग 42 प्रतिशत मुसलमान हैं. मुजफ्फरनगर सीट पर करीब सवा लाख मुस्लिम वोटर हैं. यहां दूसरे नंबर पर वैश्य हैं जो 70 हजार हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में जनपद की सभी 6 विधानसभा सीट बीजेपी के खाते में गईं.

ये जिला भारत की दो प्रमुख नदियों गंगा और यमुना नदी के बीच बसा हुआ है. यहां की जमीन खाफी उपजाऊ है. यह खासकर गन्ना बेल्ट है. 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे के बाद जिले में बीजेपी जाटों को अपनी तरफ करने में सफल रही थी। हालांकि कृषि कानूनों का विरोध पश्चिमी यूपी में भी है इसलिए इस बार बीजेपी का समीकरण बिगड़ सकता है. 2017 के विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी. कपिल देव अग्रवाल यहां से विधायक हैं. इससे पिछली बार यह सीट समाजवादी पार्टी के पास थी.

नोएडा-3 विधानसभा सीटें
नोएडा विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में आती है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए गौतमबुद्ध नगर की 3 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में चुनाव हो रहा है. गौतमबुद्ध नगर जिले में नोएडा दादरी और जेवर विधानसभा शामिल हैं. 

नोएडा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र और भाजपा के मौजूदा विधायक पंकज सिंह के सामने सपा रालोद गठबंधन से सुनील चौधरी, कांग्रेस से पंखुड़ी पाठक और बसपा से कृपाराम शर्मा हैं. दादरी में भाजपा के मौजूदा विधायक तेजपाल नगर का मुकाबला सपा के राजकुमार भाटी और बसपा के मनवीर भाटी से है तो वहीं, जेवर में बीजेपी के मौजूदा विधायक का मुकाबला आरएलडी के अवतार सिंह भड़ाना और बसपा के नरेंद्र भाटी से है. यहां 2017 के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक कुल 63.84 प्रतिशत वोट पड़े थे.

नोएडा विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी.  2017 में नोएडा में कुल 63.84 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से पंकज सिंह ने समाजवादी पार्टी के सुनील चौधरी को 104016 वोटों के मार्जिन से हराया था. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद महेश शर्मा, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के सतवीर को 336922 से हराया था.

मथुरा-5 विधानसभा सीटें
मथुरा जिले की मथुरा विधानसभा सीट आती है, यहां 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 56.65 प्रतिशत वोट पड़े. यहां पांच विधानसभा सीटें हैं. छाता,मथुरा,बलदेव,मांट और गोवर्धन विधानसभा सीटें आती हैं. भारतीय जनता पार्टी के नेता और यूपी के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा (Shrikant Sharma) यहां से मौजूदा विधायक हैं.

यह निर्वाचन क्षेत्र मथुरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और मथुरा जिले का एक हिस्सा है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप मथुरा को 1,01,161 मतों के बड़े अंतर से हराया था. 2002 से 2017 तक सीट पर रहे माथुर को फिर से कांग्रेस पार्टी ने नामित किया. दूसरी ओर, सपा ने सादाबाद के पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल को मैदान में उतारा है. मथुरा विधानसभा सीट पर 2002 से 2017 तक 15 साल कांग्रेस का कब्जा रहा. हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस से यह सीट बीजेपी के पाले में डाल दी थी. कांग्रेस के प्रदीप माथुर इस सीट से सबसे ज्यादा 4 बार विधायक चुने गए हैं. प्रदीप माथुर यहां पहली बार 1985 में जीते थे.

पहले चरण का मतदान
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान जारी है.  सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान होना है. पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग है. इसमें पश्चिमी यूपी के 11 जिले शामिल हैं. इन जिलों में मेरठ, मथुरा, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, शामली, गाजियाबाद और आगरा की 58 सीट हैं. इसमें बीजेपी ने 2017 में 53 सीटें जीती थी. पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता 623 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे.

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