Amaroha News : अपनी अपराधिक वारदातों के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कभी दहशत का पर्याय रहा योगेश भदौड़ा जेल में रहकर भी सूर्खियों में है. दरअसल पेशी ले जाते समय रास्ते में होटल में एक मीटिंग करते हुए वह देखा गया है. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं. सवाल है एक मोस्ट वांटेड को ऐसा वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों?
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विनीत अग्रवाल/अमरोहा : योगेश भदौड़ा उत्तर प्रदेश पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल अपराधी है. इन दिनों इसकी तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं. बताया जा रहा है कि ये तस्वीर और वीडियो 8 अगस्त की हैं. इसमें वह गाजियाबाद से लौटते समय अमरोहा के गजरौला शहर के एक होटल में मौज मस्ती करते नजर आ रहा है. गाजियाबाद की अदालत से पेशी से लौटते समय होटल में अपने गैंग के साथ कुख्यात योगेश भदौड़ा मीटिंग भी कर रहा है. वहीं मेरठ के भदौड़ा की प्रधान गुड्डी देवी ने सभी वीडियो और कॉल डिटेल को सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्वीट किया. पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है.
बताया जा रहा है बीती 8 अगस्त को सिद्धार्थनगर जेल से योगेश भदोड़ा को पुलिस कस्टडी में गाजियाबाद पेशी पर लाया गया था. बाकायदा मीटिंग की वीडियो फुटेज भी सामने आ चुकी है. इतना ही नहीं योगेश ने एक मोबाइल नंबर भी प्रयोग किया है, जिसकी कॉल डिटेल भी प्रसारित हो रही है. प्रधान गुड्डी ने ट्वीट में बताया कि योगेश उनके परिवार पर जेल में रहते हुए हमला करा सकता है. अपने गैंग के साथ इसी की तैयारी कर रहा है.
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
सवाल है कि पुलिस कस्टडी में पेशी पर आते हुए योगेश भदौड़ा को मीटिंग के लिए होटल में क्यों ले जाया गया था. वह एक कैदी है, उसके बाद भी पुलिस पेशी के दौरान उसे होटल में ले जाकर मीटिंग करा रही है. बता दें कि 2019 में फिरोजाबाद जेल से गाजियाबाद पेशी पर लाते समय बदन सिंह बद्दो को भी मेरठ के होटल मुकुट महल में लाया गया था, जहां से बद्दो फरार हो गया. चार साल बीतने के बाद भी बद्दो को पकड़ा नहीं जा सका है. उस पर पांच लाख का इनाम घोषित किया गया है. बद्दो की तरह योगेश भदौड़ा भी फरार हो सकता था.
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कौन है योगेश भदौड़ा
योगेश भदौड़ा भौकाल 15 सालों तक अपने गांव भदौड़ा का प्रधान रहा. उस पर एक के बाद एक आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है. उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी और फिरौती जैसे मामले दर्ज हैं. उसकी गैंग का नाम डी-75 है. साल 2013 में योगेश भदौड़ा को उसके भाई विश्वास के साथ गिरफ्तार किया गया था. योगेश भदौड़ा सरनेम के सामने अपने गांव ‘भदौड़ा’ का नाम लिखता है. वह सिद्धार्थ नगर जेल में बंद है.
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